सबसे पुराना शेयर सर्टिफिकेट डच शहर एंखुइजेन में एक भुलाए जा चुके पुरालेखों में पाया गया था और यह शहर के महापौरों में से एक पीटर हार्मेंस से संबंधित था। डच ईस्ट इंडिया कंपनी (वेरेनाइड ऊस्टाइंडिश्च कॉम्पेन, या वीओसी) ने अपने वैश्विक व्यावसायिक विस्तार के शुरुआती दिनों में 1606 की तरीख में शेयर जारी किए थे।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (सेबी) ने हाल में बाजार रिकॉर्ड रखने वाले रजिस्ट्रार एवं स्थानांतरण एजेंटों को हाल में लिखे पत्र में शेयरों, लाभांश और उन अन्य गैर-दावे वाली प्रतिभूति बाजार परिसंपत्तियों की वैल्यू निर्धारित करने की मांग की, जिनकी समान तौर अनदेखी की जा सकती है। डच कंपनी लंबे समय से मौजूद थी, लेकिन अनक्लेम्ड शेयर यानी गैर-दावे से संबंधित शेयरों का मतलब यहां उन कंपनियों से है जो अभी भी स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्घ हैं। ऐसी अनक्लेम्ड प्रतिभूतियों और अन्य परिसंपत्तियों की वैल्यू मार्च 2020 तक करीब 20,000 करोड़ रुपये थी और यह एक बेहद छोटी मात्रा हो सकती है।
सेबी ने पाया कि 17,326 करोड़ रुपये के अनक्लेम्ड शेयर इन्वेस्टर एजूकेशन ऐंड प्रोटेक्शन फंड (आईईपीएफ) को स्थानांतरित किए गए। अन्य अनक्लेम्ड राशि में लाभांश और ब्याज भुगतान शामिल है, वहीं अन्य में 769 करोड़ रुपये थी। अनक्लेम्ड म्युचुअल फंड परिसंपत्तियां 1,573 करोड़ रुपये की थीं। बाद में, संसद में बताया गया कि अनक्लेम्ड म्युचुअल फंड परिसंपत्तियां मार्च 2021 तक 1,591 करोड़ रुपये की थीं।
कंपनीज ऐक्ट 2013 में कहा गया है कि जिन शेयरों के लिए सात वर्षों तक लाभांश भुगतान या क्लेम नहीं किया गया, उन्हें आईईपीएफ में स्थानांतरित किया जाएगा। इसका मतलब है कि यदि आपके पास 10 रुपये का लाभांश चेक है जो आपने जमा नहीं किया है जो आपके शेयर आपके डीमैट खाते से आईईपीएफ में स्थानांतरित हो जाएंगे (आपको इसके लिए फंड को अपने शेयर पुन हासिल करने के लिए पत्र लिखना होगा)। सेबी ने बाजार संस्थानों से जानकारी के आधार पर मार्च 2020 तक ऐसे शेयरों की कुल वैल्यू निर्धारित की।
आंकड़े में कई अनियमितताएं हैं। वर्ष 2018 में सूचना के अधिकार कानून के तहत दायर आवेदन में तब अनक्लेम्ड आईईपीएफ शेयरों की वैल्यू 18,870 करोड़ रुपये होने का अनुमान जताया गया था। तब से नए शेयरों को शामिल किया गया और शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर पहुंचा है। इससे पता चलता है कि अनक्लेम्ड संबंधित मात्रा बढ़ी है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने तब से बीएसई के सेंसेक्स में शामिल 30 में से 28 कंपनियों के लिए आईईपीएफ स्थानांतरण शेयरों का विश्लेषण किया है। कुल होल्डिंग्स मार्च 2020 में 7,918.7 करोड़ रुपये थी। करीब 95 लाख अतिरिक्त शेयरों इन 28 कंपनियों के लिए स्थानांतरित किए गए।