इन्फोसिस (Infosys) और विप्रो जैसी शीर्ष सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों में दो अंक की गिरावट के बाद मूल्यांकन आकर्षक होने पर म्युचुअल फंडों ने इन शेयरों में अपना निवेश बढ़ाने पर जोर दिया है। अप्रैल में म्युचुअल फंडों ने आईटी शेयरों में सर्वाधिक खरीदारी की और 2,100 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषण से पता चलता है कि साल 2023 के शुरुआती चार महीनों के दौरान म्युचुअल फंडों ने आईटी शेयरों में 9,500 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
मार्च और अप्रैल के दौरान म्युचुअल फंडों का पसंदीदा आईटी शेयर इन्फोसिस रहा। पिछले छह महीनों के दौरान लार्च कैप आईटी शेयरों में सबसे अधिक 19 फीसदी की गिरावट इन्फोसिस में दिखी थी। इस अवधि में म्युचुअल फंडों ने इन्फोसिस के 3.04 करोड़ शेयर खरीदे।
विश्लेषकों ने कहा कि आईटी क्षेत्र की मुश्किलें अगली कुछ तिमाहियों तक बरकरार रह सकती हैं मगर गिरावट के सीमित जोखिम के कारण ये शेयर आकर्षक बने हुए हैं।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के निदेशक विभोर सिंघल ने कहा, ‘इस क्षेत्र के बारे में हमारा नजरिया सकारात्मक है और हम ग्राहकों को लिवाली की सलाह दे रहे हैं। पिछले 18 महीनों के दौरान इस क्षेत्र का प्रदर्शन सूचकांक के मुकाबले कमतर रहा है और मैं समझता हूं कि अब वह अपने सबसे निचले स्तर तक पहुंच चुका है। मूल्यांकन कोविड पूर्व स्तर के करीब हैं, कम से कम इन्फोसिस के मामले में। अन्य आईटी शेयर मांग में तेजी के कारण 5 से 10 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं।’
इंटरनैशनल मनी मैटर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अनुसंधान) राहुल जैन ने कहा, ‘मूल्यांकन अब वाजिब हैं। बेंचमार्क सूचकांक अपनी सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच चुका है, मगर आईटी शेयर कोविड के बाद की अपनी सर्वाधिक ऊंचाई के दायरे में कारोबार कर रहे हैं। इन कंपनियों के दमदार दीर्घावधि ट्रैक रिकॉर्ड और उम्दा प्रबंधन को देखते हुए फंड मैनेजरों का निर्णय सही लग रहा है।’