मार्च तिमाही में कंपनियों के बढ़ते नतीजों के बीच यूटीआई एएमसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और फंड मैनेजर (इक्विटी) कार्तिकराज लक्ष्मणन ने पुनीत वाधवा को एक ईमेल साक्षात्कार में बताया कि अल्पावधि की अनिश्चितताओं को देखते हुए मौजूदा उम्मीदों के मुकाबले वित्त वर्ष 2026 के लिए आय वृद्धि में कुछ प्रतिशत अंक की कटौती की आशंका है। बातचीत के मुख्य अंश:
भारतीय उद्योग जगत के मार्च तिमाही के नतीजों की आप कैसे व्याख्या करते हैं?
यह तिमाही वर्ष के आखिर के आंकड़ों वाली भी होगी। इसलिए नतीजों की घोषणा लंबी अवधि में होनी है। अभी तक केवल कुछ ही कंपनियों ने नतीजे पेश किए हैं। जहां कुछ बड़ी आईटी कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे हैं, मझोली कंपनियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। वित्तीय क्षेत्र में मोटे तौर पर सुधार हुआ है जबकि स्टेपल कंपनियों की वृद्धि कमजोर रही है।
कुल मिलाकर, इस तिमाही में एक अंक में राजस्व और एबिटा वृद्धि का अनुमान है। पिछले कुछ वर्षों में मुनाफा मार्जिन बढ़ा है जिससे कुछ क्षेत्रों में इसमें गिरावट का जोखिम हो सकता है। अल्पावधि की अनिश्चितताओं की वजह से वित्त वर्ष 2026 के लिए आय वृद्धि में मौजूदा अनुमानों के मुकाबले कुछ प्रतिशत अंक की कटौती की संभावना है। जब तक वृद्धि दर दो अंक में है, तब तक बाजार को इसे सकारात्मक लेना चाहिए। ब्याज दरों में कटौती और सिस्टम की लिक्विडिटी में सुधार कॉरपोरेट जगत के लिए सकारात्मक हो सकता है।
क्या निवेशकों के लिए अच्छे शेयरों के चयन का यह सही समय है?
निवेश के नजरिये से बाजार का सही समय बताना और उसके निचले स्तर पर निवेश कर पाना मुश्किल है। हालांकि, लार्जकैप अपेक्षाकृत अधिक आकर्षक हो गए हैं और आकर्षक मूल्यांकन पर अच्छे चयन के कुछ अवसर हैं। लार्जकैप में निजी बैंक और बीमा, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रिटेल तथा दूरसंचार हमारे कुछ पसंदीदा क्षेत्र हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप पर आपका क्या नजरिया है? आपका मल्टीकैप एनएफओ भी इन दो सेगमेंटों पर केंद्रित है?
मिडकैप और स्मॉलकैप अब अपेक्षाकृत कम महंगे हैं। उनके मूल्यांकन उचित दायरे के नजदीक हैं, हालांकि वे अभी लार्जकैप जितने आकर्षक नहीं हैं। आपको मिडकैप और स्मॉलकैप पर विचार करते समय सतर्कता बरतनी चाहिए। इन दो सेगमेंट में कुछ शेयर तो अपने 52 सप्ताह के ऊंचे स्तरों से 25-30 फीसदी तक गिर चुके हैं, इसलिए इस श्रेणी में अच्छे अवसर हैं। इनके मूल्यांकन भी उचित हैं।
आपके पोर्टफोलियो में औसत नकदी स्तर क्या है?
हमारी निवेश रणनीति बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ नहीं बदलती है। उदाहरण के लिए, यूटीआई लार्जकैप फंड के लिए निवेश रणनीति व्यवसाय में वृद्धि के लिए उचित मूल्यांकन पर प्रतिस्पर्धी फ्रैंचाइजी रही हैं। हम बेंचमार्क की तुलना में ऊंचे रिटर्न ऑन कैपिटल इंप्लॉयड (आरओसीई) के पैमाने पर गुणवत्ता वाली फ्रैंचाइजी पर अधिक ओवरवेट हैं। बाजारों में गिरावट के साथ, बुनियादी रूप से मजबूत व्यवसाय अब अधिक आकर्षक हो गए हैं। हमने उन्हें शामिल किया है। हम आम तौर पर कैश कॉल नहीं लेते हैं और फंड में नकदी का स्तर 5 प्रतिशत से कम होता है। अभी भी ऐसा ही है।
क्या आपको आगामी महीनों में खपत बढ़ने की उम्मीद है और क्या संबंधित शेयरों पर इसका असर दिखा है?
सामान्य मॉनसून, कम मुद्रास्फीति और मध्य वर्ग के लिए आयकर राहत, ब्याज दरों में कटौती और जिंसों, विशेष रूप से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की उम्मीदों से घरेलू खपत अपेक्षाकृत बेहतर हो सकती है। हम स्टैपल्स के मुकाबले डिस्क्रेशनरी (ड्यूरेबल्स और रिटेल) पर सकारात्मक हैं, क्योंकि इस सेगमेंट में बढ़ोतरी का परिदृश्य बेहतर है। हालांकि स्टैपल्स में भी कुछ अवसर हैं, क्योंकि यह पिछले कुछ वर्षों में कम महंगा हो गया है।