facebookmetapixel
Airtel से लेकर HDFC Bank तक मोतीलाल ओसवाल ने चुने ये 10 तगड़े स्टॉक्स, 24% तक मिल सकता है रिटर्नबाबा रामदेव की FMCG कंपनी दे रही है 2 फ्री शेयर! रिकॉर्ड डेट और पूरी डिटेल यहां देखेंभारत-अमेरिका फिर से व्यापार वार्ता शुरू करने को तैयार, मोदी और ट्रंप की बातचीत जल्दGold-Silver Price Today: रिकॉर्ड हाई के बाद सोने के दाम में गिरावट, चांदी चमकी; जानें आज के ताजा भावApple ‘Awe dropping’ Event: iPhone 17, iPhone Air और Pro Max के साथ नए Watch और AirPods हुए लॉन्चBSE 500 IT कंपनी दे रही है अब तक का सबसे बड़ा डिविडेंड- जान लें रिकॉर्ड डेटVice President Election Result: 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिलेनेपाल में सोशल मीडिया बैन से भड़का युवा आंदोलन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफापंजाब-हिमाचल बाढ़ त्रासदी: पीएम मोदी ने किया 3,100 करोड़ रुपये की मदद का ऐलाननेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत ने नागरिकों को यात्रा से रोका, काठमांडू की दर्जनों उड़ानें रद्द

Equity and Debt Markets: साल 2024 में इक्विटी व डेट के जरिये जुटाई गई रिकॉर्ड रकम

2024 में सार्वजनिक इक्विटी से 3.7 लाख करोड़ और डेट माध्यम से 11.05 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए। ह्युंडै मोटर का 27,859 करोड़ रुपये का आईपीओ सबसे बड़ा रहा।

Last Updated- January 09, 2025 | 10:56 PM IST
Investment in equity mutual funds decreased in November, but AUM crossed Rs 68 lakh crore for the first time! नवंबर में इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश घटा, लेकिन AUM पहली बार 68 लाख करोड़ के पार!

भारतीय कंपनियों द्वारा कैलेंडर वर्ष 2024 में इक्विटी व डेट के जरिये जुटाई गई रकम अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई। प्राइमडेटाबेस डॉट कॉम से यह जानकारी मिली। 2024 में सार्वजनिक इक्विटी के जरिये 3.7 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए, जो 2023 में जुटाए गए 1.4 लाख करोड़ रुपये से 159 फीसदी ज्यादा है। अगर 25,973 रुपये के राइट्स इश्यू को इसमें जोड़ दिया जाए तो 2024 में इक्विटी धन के जरिये जुटाई गई कुल रकम करीब 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी।

डेट के माध्यम से जुटाई गई रकम भी 11.05 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जिसमें से 10.9 लाख करोड़ रुपये के ऋण के निजी नियोजन के माध्यम से और 11,625 करोड़ रुपये सार्वजनिक बॉन्ड के माध्यम से जुटाए गए, जिसमें बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट्स) और रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (आरईआईटी) शामिल थे।

2024 में मुख्य प्लेटफॉर्म के आईपीओ के माध्यम से 91 कंपनियों ने 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जो 2023 में 57 आईपीओ के माध्यम से जुटाए गए तीन गुना से अधिक 49,436 करोड़ रुपये से तीन गुना से अधिक है। 2024 में सबसे बड़ा आईपीओ ह्युंडै मोटर (27,859 करोड़ रुपये) का था, उसके बाद स्विगी (11,327 करोड़ रुपये) और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (4,275 करोड़ रुपये) का स्थान रहा। सबसे छोटा आईपीओ विभोर स्टील ट्यूब्स का था, जिसने 72 करोड़ रुपये जुटाए। सौदे का औसत आकार पिछले साल के 867 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 1,756 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया के अनुसार, नए जमाने की टेक कंपनियों ने दो वर्षों की सुस्ती के बाद धमाकेदार वापसी की है। ऐसी आई कंपनियों – ऑफिस, ब्लैकबक, डिजिट इंश्योरेंस, फर्स्टक्राई, इक्जिगो, मोबीक्विक, स्विगी और यूनिकॉमर्स ने आईपीओ के जरिये 21,438 करोड़ रुपये जुटाए।

91 में से 66 आईपीओ को 10 गुना से ज्यादा आवेदन मिले, जिनमें 35 आईपीओ के लिए यह आंकड़ा 50 गुना, जबकि 10 अईपीओ के लिए 3 गुना से ज्यादा था। शेष 15 आईपीओ को 1 से 3 गुना के बीच अभिदान मिला। रिटेल आवेदनों की औसत संख्या 2024 में बढ़कर 18.87 लाख पर पहुंच गई, जो पिछले साल 13.21 लाख थी। रिटेल आवेदनों की सर्वाधिक संख्या वारी एनर्जीज (70.13 लाख) के आईपीओ को मिली, जिसके बाद बजाज हाउसिंग फाइनैंस (58.66 लाख) और केआरएन हीट एक्सचेंजर (55.23 लाख) का स्थान रहा।

औसत सूचीबद्धता लाभ बढ़कर 30.25 फीसदी रहा, जो 2023 में 28.68 फीसदी था। 91 प्रमुख आईपीओ में 61 ने 10 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया। विभोर स्टील ट्यूब्स लिस्टिंग के दिन 193 फीसदी, बीएलएस ई-सर्विसेज 175 फीसदी और ममता मशीनरी 159 फीसदी चढ़े। 2024 में आए 91 में से 65 आईपीओ अपने निर्गम भाव से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। निजी इक्विटी/वेंचर कैपिटल (पीई/वीसी) निवेशकों द्वारा बिक्री पेशकशों (ओएफएस) से 16,959 करोड़ रुपये जुटाए गए और कुल आईपीओ राशि में इनका 11 फीसदी योगदान रहा।

First Published - January 9, 2025 | 10:56 PM IST

संबंधित पोस्ट