सरकारी टेलीकॉम कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) ने जुलाई 2025 के लिए अपना फाइनेंशियल अपडेट जारी किया है। कंपनी ने बताया कि उसके लोन डिफॉल्ट बढ़कर ₹8,659 करोड़ हो गए हैं। इसमें ₹7,794.34 करोड़ मूलधन और ₹864.75 करोड़ ब्याज शामिल है। जून 2025 में यह आंकड़ा ₹8,584.93 करोड़ था। यानी जुलाई में कंपनी पर ब्याज का बोझ और बढ़ गया है।
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MTNL के इस बढ़ते डिफॉल्ट का असर सात सरकारी बैंकों पर पड़ा है। इनमें सबसे ज्यादा पैसा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का फंसा है, जिस पर बकाया ₹3,768.37 करोड़ है। इसके बाद इंडियन ओवरसीज बैंक का ₹2,455.01 करोड़ और बैंक ऑफ इंडिया का ₹1,131.54 करोड़ बकाया है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक पर भी MTNL की देनदारी बाकी है।
जुलाई 2025 के अंत तक MTNL का कुल वित्तीय कर्ज ₹34,577 करोड़ तक पहुंच गया। जून 2025 में यह ₹34,484 करोड़ था, यानी एक महीने में कंपनी का कुल कर्ज और बढ़ गया है। इसमें ₹8,659 करोड़ बैंक लोन, ₹24,071 करोड़ सॉवरेन-गारंटीड बॉन्ड्स और ₹1,921 करोड़ दूरसंचार विभाग से लिया गया लोन शामिल है।
MTNL हर महीने अपने कर्ज और भुगतान की स्थिति की जानकारी स्टॉक एक्सचेंजों को देती है, जैसा कि सेबी के नियमों में अनिवार्य है। ताजा अपडेट से साफ है कि कंपनी का ब्याज बकाया लगातार बढ़ रहा है। इसके बावजूद सोमवार को दोपहर 02:47 बजे BSE पर MTNL का शेयर ₹43.10 पर ट्रेड कर रहा था, जो करीब 2% की बढ़त दिखा रहा था।