बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 211 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई को छू गया और इक्विटी बेंचमार्क में लगातार तीसरे कारोबारी दिवस में बढ़ोतरी जारी रही क्योंकि कंपनियों के मजबूत नतीजे और सकारात्मक वैश्विक संकेतकों ने कोविड-19 महामारी के बावजूद बाजार को सहारा दिया।
बीएसई सेंसेक्स 0.52 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 49,206.47 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी-50 भी 98.35 अंक चढ़कर 14,823.15 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में सूचीबद्ध फर्मों का बाजार पूंजीकरण रिकॉर्ड पर पहुंच गया जबकि बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 15 फरवरी के अपने सर्वोच्च स्तर 52,154 अंक से 5.7 फीसदी नीचे है। बाजार पूंजीकरण का पिछला रिकॉर्ड 210 लाख करोड़ रुपये का है, जो 3 मार्च को बना था। 25 मार्च को संयुक्त बाजार पूंजीकरण हालांकि फिसलकर 200 लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया था। तब से यह 6 फीसदी चढ़ा है, जिसकी वजह व्यापक बाजार में आई तेजी है। हफ्ते के दौरान सेंसेक्स 424.11 अंक चढ़ा जबकि निफ्टी में 192.05 अंक की उछाल आई। शुक्रवार को सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा और यह शेयर 2.70 फीसदी चढ़ा क्योंंकि एचडीएफसी का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 31 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5,669 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एमऐंडएम, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी, ओएनजीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी 2.68 फीसदी तक की बढ़त दर्ज हुई। दूसरी ओर बजाज ऑटो, बजाज फाइनैंस, इन्फोसिस, कोटक बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 2 फीसदी तक की गिरावट दर्ज हुई। बीएसई मेटल, बेसिक मैटीरियल, दूरसंचार, बिजली, रियल्टी, तेल व गैस, यूटिलिटीज और फाइनैंंस के सूचकांकों में 5.29 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई, वहीं कंज्यूमर ड्यूरेबल, कैपिटल गुड्स और आईटी लाल निशान में रहे।