ब्रोकरों ने भारत में दो प्रमुख परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) पर अपनी रेटिंग में सुधार किया है। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में मुनाफा वृद्धि में सफल रहने के बाद इन कंपनियों की रेटिंग में सुधार किया गया है।
जहां एचडीएफसी एएमसी ( HDFC AMC) का मुनाफा पूर्ववर्ती तिमाही में 2.7 प्रतिशत तक बढ़ा, वहीं निप्पॉन एएमसी (Nippon AMC) के मुनाफे में 18 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया।
अन्य दो सूचीबद्ध एएमसी…आदित्य बिड़ला सनलाइफ और यूटीआई ने मुनाफे में कमी दर्ज की है। एएमसी प्रदर्शन के अलावा, ब्रोकर इस उद्योग पर मजबूत दीर्घावधि परिदृश्य की वजह से भी उत्साहित हैं।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है, ‘विकसित देशों के मुकाबले भारत में कम पहुंच स्तरों, और देश में बचत के बढ़ते रुझान को देखते हुए भारतीय एएमसी उद्योग का दीर्घावधि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है।’
निप्पॉन के लिए तीसरी तिमाही अच्छी रही
शानदार फंड प्रदर्शन और मुख्य मुनाफे में सुधार की मदद से निप्पॉन के लिए तीसरी तिमाही अच्छी रही। पिछली तिमाही में, बी30 शहरों की बाजार भागीदारी बढ़कर 8.1 प्रतिशत हो गई, जिससे सहायक बैंकिंग बिक्री विकल्पों के अभाव के बावजूद कंपनी की वितरण ताकत का पता चलता है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा, ‘रिटेल बाजारभागीदारी में लगातार वृद्धि, ऊंचे प्रतिफल वाले इक्विटी समावेश की भागीदारी में तेजी, और एसआईपी प्रवाह में मजबूती के साथ, हमारा मानना है कि निप्पॉन तेजी दर्ज करने के लिहाज से बेहतर स्थिति में है।’
एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है, ‘हम एसआईपी बाजार भागीदारी सुधर कर 7.3 प्रतिशत पर पहुंच जाने से उत्साहित हैं और यह मान रहे हैं कि यह दीर्घावधि फ्रैंचाइजी मजबूती और निरंतरता के लिए जरूरी है। इसके अलावा, हमारा मानना है कि निप्पॉन एचएनआई/संस्थागत पूंजी जुटाने के लिए अपनी बढ़ती साख का लाभ उठाएगी।’
एचडीएफसी एएमसी का राजस्व सपाट बना हुआ है, लेकिन कंपनी ने अन्य मानकों पर अच्छा प्रदर्शन किया। ब्रोकर एयूएम में इक्विटी फंडों की बढ़ती भागीदारी की मदद से इसमें 15 प्रतिशत तक की तेजी का अनुमान जता रहे हैं। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में, कंपनी बाजार भागीदारी में गिरावट दूर करने में भी सफल रही।
बीओबी कैपिटल मार्केट्स का मानना है, ‘उद्योग में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी एचडीएफसी एएमसी लंबे समय तक अपने प्रतिस्पर्धियों के हाथों मात खाने के बाद पिछली तीन तिमाहियों से 11 प्रतिशत औसत एयूएम बाजार भागीदारी बनाए रखने में कामयाब रही है।’ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर के लिए रेटिंग ‘होल्ड’ से बदलकर ‘खरीदें’ कर दी है। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज ने होल्ड यानी बनाए रखें की रेटिंग दी है।
यूटीआई एएमसी का मुनाफा सालाना आधार पर 50 प्रतिशत घटा है और उसके आय अनुमानों में तुलनात्मक तौर पर बेहतर मूल्यांकन के साथ कमी की गई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है, ‘यूटीआई एएमसी ने लगभग सभी मोर्चों पर कमजोरी तिमाही नतीजे दर्ज किए हैं और उसके मुख्य परिचालन लाभ में तिमाही आधार पर 3 प्रतिशत की कमी आई। आकर्षक मूल्यांकन को देखते हुए हमने इस शेयर के लिए 950 रुपये कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदे’ रेटिंग बरकरार रखी है।’
वहीं आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस शेयर की रेटिंग घटाई है।