ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने ब्रिटानिया के शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी है। रिपोर्ट में शेयर का नया टारगेट ₹6,770 तय किया गया है, जो मौजूदा कीमत ₹5,454 से 24% ऊपर है। FY26 को लेकर कंपनी का आउटलुक काफी सकारात्मक है। ब्रिटानिया की Q4FY25 में बिक्री 9% बढ़ी, जो कि पिछली सात तिमाहियों में सबसे तेज़ ग्रोथ है। वॉल्यूम में भी 3% की बढ़त हुई। EBITDA मार्जिन 18.2% रहा, जो विश्लेषकों की उम्मीद से बेहतर था।
ब्रिटानिया अब सिर्फ बिस्किट नहीं, बल्कि कई दूसरे प्रोडक्ट्स जैसे केक, ब्रेड, डेयरी, रस्क, मिल्कशेक, वाफर्स और क्रॉइसांट पर भी फोकस कर रही है। ये सभी कैटेगरी अब ₹100 करोड़ या उससे ज्यादा की सेल्स वाली बन चुकी हैं, जिससे कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और मजबूत हो गया है।
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कंपनी ने FY26 के लिए 5% कीमत बढ़ाने का फैसला किया है और लागत में 2.6% बचत का लक्ष्य रखा है। इससे मुनाफा और बेहतर हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी अब बड़े पैक और प्रीमियम बिस्किट रेंज पर भी ज़ोर दे रही है। अगले 2–3 महीनों में कुछ नए प्रीमियम बिस्किट बाज़ार में लॉन्च हो सकते हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गेहूं के दाम में गिरावट की उम्मीद नहीं है क्योंकि उत्पादन और सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दोनों बढ़े हैं। गेहूं कंपनी के कुल कच्चे माल में करीब 30% हिस्सा रखता है।
वरुण बेरी, जो अभी कंपनी के Executive Vice-Chairman और MD हैं, उन्हें अब अंतरिम CEO की जिम्मेदारी भी दी गई है। नया CEO अगले 3–4 महीनों में नियुक्त किया जाएगा। कंपनी का कहना है कि आने वाले समय में और दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे, लेकिन पिछले दाम बढ़ोतरी का असर Q1FY26 में भी दिखेगा। छोटे प्रतिस्पर्धियों से अभी दाम घटाने की कोई उम्मीद नहीं है। कंपनी FY26 में 5.5% वॉल्यूम और वैल्यू में अंतर की उम्मीद कर रही है। क्विक कॉमर्स (Q-Com) से कंपनी की कुल बिक्री का 4% आता है और FY28 तक इसे बढ़ाकर 8% करने की योजना है। दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के मुकाबले ब्रिटानिया की मार्केट शेयर में स्थिति स्थिर बनी हुई है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।