बेंंचमार्क सेंसेक्स ने बुधवार को करीब एक महीने में एक दिन की सबसे बड़ी उछाल दर्ज की क्योंकि वित्तीय फर्मों की तरफ से पेश मजबूत आय से खरीदारी का माहौल बना, जिस पर कोविड-19 के बढ़ते मामलों से असर पड़ा था।
विश्लेषकों ने कहा, कोविड-19 संक्रमण के मामले अभी भी बढ़त की राह पर हैं और प्रमुख राज्य महाराष्ट्र ने 15 दिन और लोगों की आवाजाही पर पाबंदी का विस्तार कर दिया है, लेकिन निवेशकों ने अल्पावधि की परेशानी से आगे सोचना पसंद किया।
निफ्टी-50 इंडेक्स 211 अंक यानी 1.4 फीसदी की बढ़त के साथ 14,864 अंक पर बंद हुआ। बेंचमार्क सेंसेक्स ने कारोबार की समाप्ति 790 अंक यानी 1.6 फीसदी की बढ़त के साथ की और यह 49.733 अंक पर बंद हुआ, जो 30 मार्च के बाद का सर्वोच्च स्तर है। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स ने करीब 4 फीसदी की उछाल दर्ज की है। हालांकि इंडेक्स अभी भी फरवरी में दर्ज अपने सर्वोच्च स्तर से 5 फीसदी नीचे है।
सेंसेक्स मेंं शामिल शेयरों में बजाज फाइनैंस सबसे ज्यादा 8.3 फीसदी चढ़ा क्योंकि कंपनी ने मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। आईसीआईसीआई बैंंक का शेयर 4 फीसदी चढ़ा। इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनैंस और कोटक महिंद्रा बैंक में भी तेजी दर्ज हुई।
एवेंडस कैपिटल ऑल्टरनेट स्ट्रैटिजिज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, आय की स्थिति ठीक रही हैऔर इसने माहौल को सकारात्मक बनाए रखा है। साथ ही इन कंपनियों से मिले संदेश भी सकारात्मक रहे हैं। हमें टीकाकरण की ओर तेजी से बढऩा होगा, जो अब अहम कारक होगा। वैश्विक बाजार सकारात्मक बने हुए हैं क्योंंकि अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप से आ रहे पीएमआई के आंकड़े अच्छे रहे हैं। कारोबार खुलने के कारण गर्मी के महीनों में वैश्विक बाजारों में तेजी आ सकती है।
वैश्विक बाजारों का हाल मिश्रित रहा क्योंकि फेड पॉलिसी की बैठक से पहले अमेरिकी बॉन्ड का प्रतिफल चढ़ा। अमेरिकी कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स अप्रैल में 14 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया क्योंंकि कोविड के खिलाफ टीकाकरण में इजाफा हुआ है। अतिरिक्त राजकोषीय पैकेज से और कारोबार खुले, मांग में मजबूती आई और कंपनियों की तरफ से नियुक्तियां बढ़ी। फरवरी 2020 के बाद कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स सबसे ऊंचे स्तर पर है।
अमेरिकी सरकार की तरफ से भारत को मदद की पेशकश पर भी निवेशक उत्साहित हुए, जिसमें आपात सहायता शामिल है। महाराष्ट्र व वित्तीय राजधानी मुंबई में कोविड के घटते मामलों से भी अवधारणा मजबूत हुई।
पिछले हफ्ते सूचकांकों ने शुक्रवार को लगातार तीसरा साप्ताहिक नुकसान दर्ज किया था क्योंंकि कोविड की दूसरी लहर जानलेवा है और संक्रमण बढ़ रहा था, इससे कारोबार में सुधार को लेकर चिंता बढ़ी क्योंकि कई राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा की है। अभी भारत में 29 लाख लोग इससे पीडि़त हैं।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि पिछले दो महीनों में भारत ने ज्यादातर वैश्विक बाजारों से कमजोर प्रदर्शन किया था, लेकिन अब इसकी भरपाई कर रहा है।