HDFC म्यूचुअल फंड ने घोषणा की है कि उनका डिफेंस फंड 22 जुलाई से नए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) को स्वीकार नहीं करेगा। यह स्कीम जून 2023 में शुरू होने के तुरंत बाद से ही एकमुश्त निवेश को स्वीकार करना बंद कर चुकी थी। 22 जुलाई के बाद, यह स्कीम केवल पहले से चल रहे एसआईपी और सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) से ही पैसा स्वीकार करेगी।
आम तौर पर, फंड कंपनियां किसी स्कीम में नए पैसे को रोक देती हैं जब उस पैसे को लगाने की गुंजाइश कम हो जाती है। ऐसा बाजार के ज्यादा महंगा होने या अन्य कारणों से हो सकता है। हाल ही में, कई स्मॉलकैप फंड्स ने नए निवेश पर रोक लगाई है। लेकिन शायद यह पहली बार है कि किसी स्कीम ने नए एसआईपी को रोका है।
एचडीएफसी डिफेंस फंड, जो 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रबंधन करता है, एक साल की अवधि में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला फंड है। इसने 144 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। रक्षा क्षेत्र के शेयरों में पिछले कुछ सालों में काफी तेजी आई है, क्योंकि सरकार आयात कम करने और रक्षा निर्यात बढ़ाने पर जोर दे रही है।
निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स का पिछले 12 महीनों का प्राइस-टू-अर्निंग्स (पीई) अनुपात बढ़कर 77.3 गुना हो गया है। जबकि पिछले 5 सालों का औसत सिर्फ 34.1 गुना था।