शेयर बाजार के लिए सोमवार एक फिर काला साबित हुआ। बाजार में हर ओर भारी बिकवाली का दबाव रहा। सुबह बाजार
सेंसेक्स में एक दिन में होने वाली ये दूसरी सबसे बड़ी गिरावट थी। सितंबर 2007 के बाद निफ्टी का ये निचला स्तर रहा जबकि सेंसेक्स में ये अगस्त 2007 के बाद का सबसे निचला स्तर है।
एशियाई बाजारों के सबसे खराब प्रदर्शनों में भारतीय बाजार भी हैं। अमेरिकी बाजारों से बुरे संकेत मिलने के साथ साथ अमेरिकी इंवेस्टमेंट बैंक बियर स्टर्न की खबर ने भी बाजार को नीचे खींचा है। एशियाई बाजारों में ये गिरावट फेटरल रिजर्व के डिस्काऊंट रेट की कटौती और दो डॉलर प्रति शेयर के भाव पर बियर स्टर्न के शेयर खरीदने के लिए जेपी मार्गन चेस की सहमति के बाद आई।
सेंसेक्स 951.03 अंक यानी 6.03 फीसदी गिरकर 14,809.49 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 242.70 अंक यानी 5.11 अंक गिरकर 4503.10 अंकों पर बंद हुआ। मिडकैप और स्माल कैप भी 7-7 फीसदी गिरकर बंद हुए।
इंडेक्स शेयरों में जिन स्टॉक्स को सबसे ज्यादा गिरावट देखनी पड़ी उनमें
, आईसीआईसीआई बैंक 14 फीसदी गिरकर 757 पर, एचडीएफसी 11 फीसदी गिरकर 2226 पर, एचडीएफसी बैंक 6 फीसदी गिरकर 1239 पर और स्टेट बैंक 4.7 फीसदी गिरकर 1633 रुपए पर बंद हुआ।
इसके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स 12 फीसदी, डीएलएफ 8 फीसदी, एल ऐंड टी 7 फीसदी और हिंडाल्को 9 फीसदी गिरकर बंद हुए। टाटा स्टील में भी 8 फीसदी की गिरावट देखी गई। जबकि रिलायंस एनर्जी 8 फीसदी, इंफोसिस 2.5 फीसदी रिलायंस 6.5 फीसदी और रैनबैक्सी 5.6 फीसदी टूटकर बंद हुए।
सेक्टरों की बात करें तो बैंकेक्स सबसे ज्यादा
9 फीसदी गिरा जबकि रियालिटी सेक्टर में आठ फीसदी की भारी गिरावट रही। बैंकिंग में सबसे ज्यादा गिरनेवाले शेयरों में बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक ओरियंटल बैंक और कोटक महिन्द्रा शामिल रहे।मेटल इंडेक्स साढ़े सात फीसदी फिसला और हिंद जिंक, नाल्को, स्टर्लाइट और महाराष्ट्र सीमलेस को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। कैपिटल गुड्स सेक्टर भी साढ़े छह फीसदी कमजोर पडा और जिन स्टॉक्स में सबसे ज्यादा गिरावट रही उनमें बीईएमएल, थर्मेक्स और ग्रीव्स कॉटन सबसे ऊपर रहे। इसके अलावा एफएमसीजी में 3.2, ऑयल ऐंड गैस में 5, पावर में 5.6 और आईटी इंडेक्स में 3.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।