पिछले दो कारोबारी सत्र में जोमैटो का शेयर करीब 23 फीसदी टूटा है जब उसके प्री-आईपीओ शेयरधारिता पर लगी एक साल की पाबंदी समाप्त हो गई।
विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी के लाभ को लेकर चिंता के बावजूद ब्लिंकिट के अधिग्रहण से लाभ में आने की खातिर उसे लंबा रास्ता तय करना होगा। सूचीबद्धता के बाद से शेयर कीमतों में आई तेज गिरावट के कारण जेफरीज के विश्लेषक लंबी अवधि के निवेशकों को इस शेयर को खरीदने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने इसका कीमत लक्ष्य 100 रुपये बनाए रखा है।
जेफरीज ने कहा, मुश्किल समय पहले ही सभी स्टार्टअप को नकदी प्रवाह पर ध्यान केंद्रित करने की हिदायत दे चुका है। ब्रोकरेज ने कहा कि जोमैटो का प्रबंधन बेहतर आर्थिक हालात के लिए पहले ही अपनी रफ्तार तेज कर चुका है और अब फूड डिलिवरी बिजनेस में जल्द ही घाटा समाप्त करने की उम्मीद कर रहा है। सख्त नकदी स्विगी को भी लाभ पर ध्यान केंद्रित करने की ओर ले जाएगा क्योंकि वह मूल कारोबार से आगे कुछ और कारोबारों गठन कर रही है, खास तौर से क्विक कॉमर्स, जिसकी पेशकश स्विगी इंस्टामार्ट के तहत हो रही है।जेफरीज का मानना है कि प्रतिस्पर्धा के बुरे दिन पीछे रह गए हैं, ऐसे में उद्योग का लाभ बढ़ेगा क्योंकि यह क्षेत्र अन्य के मुकाबले पहले ही एकीकृत हो चुका है।
विश्लेषकों ने कहा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्ती बिना लाभ वाली वैश्विक कंपनियों पर असर डाल रही है। पूरा क्षेत्र अब पुनर्समायोजन के दौर से गुजर रहा है क्योंकि अब बढ़त से ज्यादा ध्यान नकदी प्रवाह की ओर है।
विश्लेषकों ने कहा, फेसबुक, ऐपल, निविडिया, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एमेजॉन और नेटफ्लिक्स के शेयर इस साल अब तक के लिहाज से15 से 65 फीसदी तक नीचे हैं। इसका भी वैश्विक फूड डिलिवरी शेयरों पर असर दिखा है, जिनमें इस साल अब तक के लिहाज से तेज गिरावट आई है और उनमें जोमैटो सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में शामिल है।
मंगलवार को जोमैटो का शेयर 12.4 फीसदी टूटा, पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस, डेलिवरी और कारट्रेड टेक के शेयरों में 8 फीसदी की फिसलन दर्ज हुई। 23 जुलाई, 2021 को सूचीबद्ध होने वाली जोमैटो अभी अपने इश्यू प्राइस 76 रुपये से करीब 45 फीसदी नीचे कारोबार कर रही है। 16 नवंबर, 2021 को यह शेयर 169.10 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था।