PTI
जापान, चीन, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के पास अगले हफ्ते से निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट होनी चाहिए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारत में अगले महीने कोविड की स्थिति निर्णायक होने की आशंका के कारण यह कदम उठाया गया है।
इन देशों में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण भारत सतर्क हो गया है। देश के राज्यों ने किसी भी आपातकाल से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है और स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे की भी समीक्षा की जा रही है। एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘विगत में यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की नई लहर आई थी… यह एक प्रवृत्ति रही है।’ चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हॉन्ग कॉन्ग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अगले सप्ताह से ‘एयर सुविधा’ फॉर्म भरना और 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना होगा।
सूत्रों ने बताया कि पिछले दो दिनों में भारत आए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोविड-19 जांच की गई, जिनमें 39 की रिपोर्ट ‘पॉजिटिव’ आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया दिल्ली हवाई अड्डे पर कोविड-19 जांच सुविधाओं का जायजा लेने के लिए गुरुवार को वहां का दौरा कर सकते हैं।
भारत में मंगलवार को कोरोना के 188 नए मामले उजागर हुए थे। यह बीते दिन की तुलना में अधिक थे। हालांकि ये मामले 0.14 फीसदी से कम थे। अभी साप्ताहिक संक्रमण की दर भी 0.18 फीसदी है। भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 3,468 है।
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कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने की किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी का जायजा लेने के लिए मंगलवार को देश भर के अस्पतालों में ‘मॉक ड्रिल’ की गई। वैश्विक स्तर पर कोरोना के मामले 10 देशों से हैं। इन देशों में जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, जर्मनी, इटली, ऑस्ट्रेलिया, हॉन्ग कॉन्ग और ताइवान हैं। अभी यह पता नहीं है कि क्या अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए भी निगेटिव आरटी-पीसीआर जरूरी होगा। सरकार ने प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की बिना किसी क्रम के कोरोनावायरस जांच शुरू कर दी है।