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कॉमेडियन कपिल शर्मा का नया कैफ़े कनाडा के सरे शहर में कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही उस पर हमला हो गया। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कैफ़े पर कम से कम नौ गोलियां चलाई गईं। राहत की बात ये रही कि इस फायरिंग में कोई घायल नहीं हुआ है।
यह घटना ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में स्थित ‘कैप्स कैफ़े’ पर हुई, जो कपिल शर्मा का पहला रेस्टोरेंट बिज़नेस वेंचर है। इस कैफ़े की शुरुआत में उनकी पत्नी गिन्नी चतरथ ने भी अहम भूमिका निभाई है।
इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह लड्डी ने ली है। मामले की जांच फिलहाल जारी है और स्थानीय पुलिस सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
खालिस्तानी आतंकी हरजीत सिंह लड्डी ने एक कैफे में हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों के मुताबिक, वह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है और प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा हुआ है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि हरजीत सिंह लड्डी ने ये हमला इसलिए करवाया क्योंकि उसे शर्मा द्वारा पहले दिए गए एक बयान से आपत्ति थी।
यह फायरिंग कनाडा में बुधवार रात (लोकल टाइम) हुई। एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक शख्स गाड़ी के अंदर से तेजी से कैफे की खिड़की पर गोलियां चलाता नजर आ रहा है।
देखें वीडियो-
घटना के तुरंत बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू हो गई है।
हरजीत सिंह लड्डी भारत में भी वांछित है। उस पर अप्रैल 2024 में पंजाब के रूपनगर जिले में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या में शामिल होने का आरोप है। विकास बग्गा की गोली मारकर हत्या की गई थी।
पिछले महीने कनाडा की खुफिया एजेंसी सीएसआईएस (CSIS) ने बताया कि खालिस्तानी उग्रवादी कनाडा से भारत में हिंसक घटनाओं की साजिश रच रहे हैं।
एजेंसी ने कहा, “खालिस्तानी उग्रवादी कनाडा का इस्तेमाल भारत में हिंसा फैलाने, फंड इकट्ठा करने और प्रचार करने के लिए बेस के तौर पर कर रहे हैं।”
भारत लंबे समय से इस बात को लेकर चिंता जताता रहा है कि खालिस्तानी तत्व कनाडा की ज़मीन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कर रहे हैं। नई दिल्ली ने कई बार ओटावा पर इस मुद्दे पर ठोस कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया है।
पिछले साल इस मुद्दे पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था, “अभी हमारे लिए सबसे बड़ी दिक्कत कनाडा में है। वहां की सत्तारूढ़ पार्टी और कुछ अन्य पार्टियों ने उग्रवाद, अलगाववाद और हिंसा को बढ़ावा देने वालों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर एक तरह की मान्यता दे दी है। जब हम कुछ कहते हैं तो उनका जवाब होता है – ‘हम एक लोकतांत्रिक देश हैं और यहां फ्री स्पीच है।'”
भारत और कनाडा के रिश्ते 2023 में तब काफी बिगड़ गए थे, जब उस समय के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यह आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में “भारतीय एजेंट” शामिल थे।
हालांकि, इस साल की शुरुआत में मार्क कार्नी के कनाडा के नए प्रधानमंत्री बनने के बाद से रिश्तों में धीरे-धीरे सुधार दिखने लगा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 समिट के लिए कनाडा गए थे, जो कार्नी पर हुए हमले के बाद उनकी पहली यात्रा रही।