प्रतीकात्मक तस्वीर
दिल्ली-एनसीआर से सभी आवारा कुत्तों को हटाने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और इस फैसले को बेजुबान जानवरों के साथ अन्याय बताया जा रहा है। सबसे सख्त प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से आई, जिन्होंने मंगलवार को कहा कि अदालत का फैसला दशकों पुरानी मानवीय और विज्ञान-समर्थित नीति से उलट है। उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस आदेश को अमानवीय व्यवहार बताया। नई दिल्ली में मंगलवार को पशुप्रेमियों ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया और शीर्ष न्यायालय से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ‘पूरी तरह से आवारा कुत्तों को हटाने का निर्देश क्रूर, अदूरदर्शी है और इसमें करुणा का अभाव है।’ विपक्ष के नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ये बेजुबान जीव कोई ‘समस्या’ नहीं हैं, जिन्हें मिटाना पड़े। गांधी ने कहा, ‘आश्रय स्थल, बधियाकरण, टीकाकरण और सामुदायिक देखभाल बिना किसी क्रूरता के सड़कों को सुरक्षित रख सकते हैं।’ कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कहा कि शहर के सभी आवारा कुत्तों को कुछ ही हफ्तों में आश्रय स्थलों में भेजने का कदम उनके साथ ‘बेहद अमानवीय’व्यवहार होगा। प्रियंका गांधी ने कहा कि कुत्ते सबसे सुंदर और सौम्य प्राणी हैं तथा वे इस तरह ‘क्रूर बर्ताव’के हकदार नहीं हैं। तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने भी इस संबंध में प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखकर दलील दी कि उच्चतम न्यायालय का निर्देश पशु जन्म नियंत्रण नियम, 2023 का उल्लंघन करता है।
मशहूर अभिनेता जॉन अब्राहम ने भी इस संबंध में प्रधान न्यायाधीश बी.आर. गवई को पत्र लिखा और अपने निर्देश की समीक्षा करने और उसमें संशोधन का आग्रह किया। जॉन अब्राहम को ‘पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स’ (पेटा) इंडिया का पहला मानद निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि कुत्ते आवारा नहीं हैं, बल्कि समुदाय का हिस्सा हैं और बहुत से लोग इनसे विशेष लगाव रखते हैं। तेलुगू अभिनेता अदिवी शेष ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर उनसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आवारा कुत्तों को बड़े पैमाने पर पकड़ने को लेकर दिए गए निर्देश पर पुनर्विचार करने की अपील की है।