टमाटर की कीमतों (Tomato Price) में आये आठ गुना उछाल ने भारत के कुछ किसानों का मालामाल कर दिया है। हालांकि, उनका यह अप्रत्यक्ष लाभ बारिश में कमी और आने वाले हफ्तों में सप्लाई बेहतर होने के साथ थम सकता है।
खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को दिल्ली में टमाटर का रिटेल प्राइज 178 रुपये किलो थीं, जो 1 जनवरी से 700 फीसदी से भी ज्यादा है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बारिश के चलते सप्लाई के बाधित होने के वजह से हुई बढ़ोतरी ने उपभोक्ताओं को प्रभावित किया है। टमाटर इतना मंहगा हो गया है कि कई परिवारों ने अस्थायी रूप से टमाटर खरीदना बंद कर दिया है।
टमाटर की कीमतों में आये तूफ़ान से उत्पादक उत्साहित
टमाटर देश के मुख्य व्यंजनों का एक आवश्यक तत्व है और लगभग हर सब्जी में इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, टमाटर की कीमतों में आये तूफ़ान से उत्पादक उत्साहित हैं।
ईश्वर गायकर ने कहा कि वह और उनकी पत्नी सोनाली ने चालू सीजन में अब तक 2.4 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जो एक साल पहले 15 लाख रुपये था। गायकर पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में जुन्नार के पास 12 एकड़ (4.9 हेक्टेयर) भूमि पर टमाटर की खेती करते हैं।
खेतों की देखभाल के लिए 60 से 70 दैनिक श्रमिकों को नियुक्त करने वाला यह कपल इस क्षेत्र में टमाटर के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक के रूप में उभरा है। ईश्वर को सेलिब्रिटी का दर्जा मिल गया है और स्थानीय मीडिया वाले एक इंटरव्यू के लिए कतार में खड़े हैं।
अभी भी टमाटर की सप्लाई कम, मांग मजबूत
2021 के इसी सीज़न में लगभग 20 लाख रुपये का नुकसान झेलने वाले ईश्वर ने कहा, “लगभग डेढ़ महीने पहले, टमाटर की कीमत मुश्किल से 2.5 रुपये प्रति किलोग्राम थी और अभी भी सप्लाई कम है, जबकि मांग मजबूत बनी हुई है।”
इस कपल ने हाल के सप्ताहों में लगभग 350 टन टमाटर की सप्लाई की है और जल्द ही 150 टन टमाटर और बेचने की उम्मीद है। हालांकि, यह मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है। बता दें कि वे हर साल तीन फसल काटते हैं, वर्तमान फसल 120 से 140 दिन पुरानी है।
उल्लेखनीय है कि मानसून के साथ देश के हिस्सों में हो रही भीषण वर्षा के चलते कई राज्यों में ट्रांसपोर्टेशन की परेशानी आई है। इस वजह से खाने-पीने के समान और ख़ास कर टमाटर की कीमतों में तूफ़ान आया हैं।
टमाटर की कीमतों में उछाल का मुद्दा अखबारों के पहले पेज से लेकर सोशल मिडिया मंचों पर खूब चर्चा में है और उपभोक्ता इस स्थिति के लिए वर्षा और अधिकारियों को समान रूप से जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
इस साल टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी असामान्य
इस बीच सरकार ने कुछ राहत पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मोबाईल वैन लगाई है, जो बाजार से कम दाम में टमाटर बेचेंगे। हालांकि 140 करोड़ की आबादी वाले देश में इसकी कीमतें फिर भी बहुत ज्यादा है।
टमाटर की कीमत आम तौर पर जुलाई और अगस्त के बरसात के महीनों में अधिक बढ़ती है, लेकिन इस साल कीमत में बढ़ोतरी असामान्य है।