देश में रोजाना दर्ज होने वाले संक्रमण मामले में मामूली रूप से करीब 6.5 प्रतिशत की गिरावट आई और मंगलवार को संक्रमण के 1,68,063 मामले दर्ज किए गए। विभिन्न राज्यों में प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं और लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। हालांकि साप्ताहिक संक्रमण दर में बढ़ोतरी चिंता की एक वजह है जिससे यह संकेत मिलता है कि जांच न होने की वजह से बड़ी तादाद में संक्रमण के मामले का पता नहीं चल रहा है। साप्ताहिक संक्रमण दर बढ़कर 8.85 प्रतिशत हो गई जो एक दिन पहले 7.92 प्रतिशत थी। मंगलवार सुबह तक संक्रमण से 277 लोगों की मौत हुई जिनमें से 166 मौत केरल में हुई। इस बीच कोविड पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक देश में सोमवार को एहतियातन शुरू की गई बूस्टर खुराक की प्रक्रिया के तहत अब तक करीब 18 लाख बूस्टर खुराक दी गई है। करीब 900,000 स्वास्थ्यकर्मियों और 481,000 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को तीसरी खुराक दी गई। वहीं 60 साल से अधिक उम्र समूह हमें 470,000 से अधिक लोगों को बूस्टर खुराक दी गई। वहीं मंगलवार तक 2.8 करोड़ से अधिक वयस्कों को पहली खुराक दी गई।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को देश भर के 120 स्वास्थ्यसेवा विशेषज्ञों से कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की और उनके सुझावों को सुना। उन्होंने ट्वीट किया, ‘कोविड-19 के हालात को लेकर देशभर के 120 विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। उनके दिए गए सुझावों को सुना और संबंधित निर्देश दिए। मुझे विश्वास है कि हम सब एक कड़ी की तरह मिलकर कोरोनावायरस से बचाव के लिए काम करेंगे।’
इस बीच मुंबई में रोजाना के संक्रमण मामले में बड़ी गिरावट देखी गई और यह चार दिन पहले के करीब 20,000 मामले के मुकाबले मंगलवार को संक्रमण के 11,000 मामले दर्ज किए गए। हालांकि पिछले तीन दिनों में मुंबई में जांच के आंकड़े में भी कमी देखी जा रही है। मुंबई में शुक्रवार को सबसे ज्यादा 72,442 जांच की गई। शहर के डॉक्टरों का कहना है कि शहर में संक्रमण के वास्तविक मामले दो या तीन गुना अधिक हो सकते हैं। एक अधिकारी ने बताया, ‘संक्रमण के वास्तविक आंकड़े अधिक हो सकते हैं क्योंकि कई लोग होम टेस्ट किट से अपनी जांच कर रहे हैं। जनवरी में करीब 5 लाख होम टेस्ट किट बेचे गए हैं और कई मामले तो दर्ज ही नहीं कराए गए हैं। नतीजतन दर्ज हुए मामले की तुलना में वास्तविक रोजाना मामले अधिक हो सकते हैं।’
बीएमसी के आयुक्त इकबाल चहल ने कहा कि पिछले दो दिनों में मुंबई में संक्रमण 30 फीसदी से कम होकर 20 फीसदी हो गया है। उन्होंने कहा, ‘करीब 80 फीसदी अस्पताल बेड खाली पड़े हैं। एक दिन में करीब 851 अस्पताल बेड की बुकिंग हुई लेकिन आज ही 966 बेड खाली भी हो गए।’ महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत के बाद 22 दिनों के दौरान शहर में कोविड की वजह से 46 लोगों की मौत हुई है और इस तरह औसतन रोजाना दो मौत हुई।
दिल्ली में सोमवार को कोरोना मामले घटने के बाद मंगलवार को फिर से 10 फीसदी बढ़ गए। मंगलवार को 21,259 नए मामले दर्ज किए, जो सोमवार को दर्ज 19,166 मामले से ज्यादा हैं। मंगलवार को संक्रमण दर 25.65 फीसदी रही और कोरोना से 23 लोगों को जान गंवानी पड़ी। 12,161 मरीज ठीक हुए और सक्रिय मरीजों की संख्या अब बढ़कर 74,881 हो गई है। दिल्ली में कोरोना के कहर को थामने के लिए अब निजी दफ्तरों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इन दफ्तरों के कर्मचारी अब वर्क फ्रॉम होम व्यवस्था के तहत काम करेंगे। हालांकि जरूरी सेवाओं से संबंधित और छूट प्राप्त श्रेणी मेें आने वाले निजी दफ्तर खुले रहेंगे। अभी तक निजी दफ्तर 50 फीसदी क्षमता के साथ खुल रहे थे। निजी दफ्तरों को बंद करने के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लॉकडाउन लगाने से एक बार फिर से इनकार किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एलएनजेपी अस्पताल का दौरा कर कोरोना संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, ‘हम लॉकडाउन नहीं लगाएंगे। सरकार कोरोना की हर परिस्थिति से लडऩे के लिए पूरी तरह से तैयार है। अगर जरूरत पड़ेगी तो 37 हजार बेड तक, जिसमें 10 से 11 हजार आईसीयू बेड तैयार कर सकते हैं। अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज बेहद कम हैं।’ केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में जो केंद्र सरकार के प्रतिनिधि आए थे उनसे उन्होंने अनुरोध किया कि केवल दिल्ली के अंदर प्रतिबंध लगाने से काम नहीं चलेगा बल्कि पूरे एनसीआर को कवर करना पड़ेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आश्वासन दिया है कि वो पूरे एनसीआर के अंदर प्रतिबंध को लागू करवाएंगे।
दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा कि एलएनजेपी में 136 कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनमें से सिर्फ 6 लोग कोरोना के इलाज के लिए आए थे, जबकि 130 लोग दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए थे और जांच में वे भी कोरोना संक्रमित मिले। एलएनजेपी में कोरोना काल के दौरान अब तक 22 हजार कोरोना मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
कर्नाटक में संक्रमण की दर ने 10 फीसदी का आंकड़ा पार कर लिया है और मंगलवार को संक्रमण के 14,500 नए मामले दर्ज किए गए। राज्य में बेंगलूरु कोविड का केंद्र बना रहा जहां दिन में 10,800 मामले दर्ज किए गए। इस बीच राज्य में कोविड को लेकर एक राजनीतिक विवाद भी छिड़ गया जब बाल अधिकारों की सुरक्षा से जुड़े राष्ट्रीय आयोग ने कर्नाटक पुलिस विभाग को एक पत्र लिखकर राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई जिन्होंने कथित तौर पर मेकेदातु पदयात्रा के दौरान स्कूली बच्चों के साथ कोविड उपयुक्त नियमों का पालन नहींं किया था।
यूरोप में ओमीक्रोन के 70 लाख नए मामले सामने आए
जनवरी के प्रथम सप्ताह में समूचे यूरोप में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के 70 लाख से अधिक नये मामले सामने आए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ यूरोप के निदेशक डॉ हेंस क्लुग ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यूरोपीय क्षेत्र के 26 देशों ने जानकारी दी प्रत्येक सप्ताह उनकी एक प्रतिशत से ज्यादा आबादी कोरोनावायरस से संक्रमित हो रही है, जो चेतावनी देती है कि देशों के लिए अस्पतालों में कोविड मरीजों की बाढ़ रोकने के अवसर खत्म होते जा रहे हैं। उन्होंने वाशिंगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स के अनुमानों का जिक्र किया, जिसके मुताबिक पश्चिम यूरोप में आधी आबादी अगले छह से आठ हफ्तों में कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘ओमीक्रोन पहले के किसी अन्य स्वरूप की तुलना में तेज गति से और व्यापक रूप से फैल रहा है।’ भाषा