अयोध्या में सोमवार को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां पूरी हो गई हैं। कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम को ही अयोध्या पहुंच गए और अधिकारियों के साथ बैठक की।
अयोध्या को हजारों क्विंटल फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया है। शनिवार से ही अयोध्या सहित पूरे देश के मंदिरों में राम संकीर्तन और राम चरित मानस का पाठ शुरू हो गया।
सोमवार शाम को भव्य दीपोत्सव की तैयारी की गई है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम मंदिर परिसर समेत पूरे अयोध्या शहर को फूलों से सजाया गया है। जन्मभूमि स्थान में अलग-अलग तरह के देशी विदेशी फूलों से सजावट की गई है, जबकि जन्मभूमि पथ, राम पथ, धर्म पथ और लता चौक पर भी सुंदर फूलों की सजावट है।
विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाए गए हैं। विभिन्न धर्माचार्यों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर राम कथा का आयोजन हो रहा है तो विभिन्न देशों की रामलीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है। लता चौक पर लगी वीणा को भी लाइटिंग और फूलों के अद्भुत संगम से रोशन किया गया है।
अयोध्या में म्यूरल पेंटिंग और वॉल पेंटिंग के माध्यम से भगवान श्रीराम की जीवनी से जुड़े अलग-अलग अध्यायों का चित्रण किया गया है। राम की पैड़ी में सरयू आरती के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ लेजर शो का आयोजन किया जा रहा है। यही नहीं, अयोध्या आने वाले विभिन्न हाईवे भी फूलों और लाइट से सजाए गए हैं। सोमवार को सूर्यास्त के बाद अयोध्या में दस लाख दीयों से दीपोत्सव की भी तैयारी की गई है।
भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार सुबह 10.25 पर अयोध्या धाम के महर्षि बाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। 10.45 पर अयोध्या हैलीपैड पर उनका आगमन होगा। यहां से वो सीधे राम जन्मभूमि स्थल पर पहुंचेंगे। इसके बाद 11 बजे से 12 बजे तक वह विभिन्न आयोजनों में हिस्सा लेंगे, जबकि दोपहर 12.05 बजे से 12.55 तक प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा। दोपहर एक बजे कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह समारोह स्थल पर पहुंचेंगे, जहां अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ ही पूरे देश और दुनिया को संबोधित करेंगे।
समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे। वाराणसी के गणेशवर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और दिशा-निर्देशन करेंगे तथा काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे। इसके अतिरिक्त प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थित रहेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया 16 जनवरी से ही शुरू हो चुकी है। 16 जनवरी को जहां प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन कराया गया था, वहीं 17 जनवरी को मूर्ति का परिसर प्रवेश हुआ था। 18 जनवरी को तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास के साथ ही श्रीराम लला विग्रह को उनके स्थान पर विराजमान किया गया। 19 जनवरी को औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, 19 जनवरी को धान्याधिवास, 20 जनवरी को शर्कराधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास और 21 जनवरी को मध्याधिवास और शय्याधिवास कराया गया।
प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 8 हजार से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसमें साधु संतों के साथ विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों को बुलाया गया है। देर रात तक इनमें से कई लोग अयोध्या धाम पहुंच चुके हैं, जबकि बाकी लोग भी 22 को सुबह पहुंचने वाले हैं।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। धाम की सुरक्षा को लेकर इसे दो जोन रेड और यलो में बांटा गया है। एसपीजी, एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ कोबरा, सीआईएसएफ, आरएएफ, एनडीआरएफ को तैनात किया गया है। चप्पे-चप्पे पर यूपी पुलिस के सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हैं। घरों की छतों से लेकर अहम लोकेशंस पर स्नाइपर्स की भी तैनाती है। साथ ही इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ भी गतिविधियों पर नजर रख रही है। धाम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 100 से अधिक डीएसपी, लगभग 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षकों को तैनात किया गया है, जबकि पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11,000 जवानों को अतिरिक्त तैनात किया गया है।
वहीं वीआईपी सुरक्षा के लिए तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर के साथ एक हजार से ज्यादा कॉस्टेबल और 4 कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। श्रद्धालुओं को दर्शनीय स्थलों की जानकारी देने के लिए 250 पुलिस गाइड भी उपलब्ध है। एआई तकनीक पर आधारित एंटी ड्रोन सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय मोड पर है।