facebookmetapixel
Share Market: शेयर बाजार में लगातार गिरावट जारी, निवेशकों की बढ़ी चिंताविदेश घूमने जा रहे हैं? ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय ये गलतियां बिल्कुल न करें, नहीं तो होगा बड़ा नुकसानफैमिली फ्लोटर बनाम इंडिविजुअल हेल्थ प्लान: आपके परिवार के लिए कौन सा ज्यादा जरूरी है?NPS New Rules: NPS में करते हैं निवेश? ये पांच जरूरी बदलाव, जो आपको जरूर जानना चाहिएतेल-गैस ड्रिलिंग में उपयोग होने वाले बेराइट का भंडार भारत में खत्म होने की कगार पर, ऊर्जा सुरक्षा पर खतरासोना 70% और चांदी 30%! क्या यही है निवेश का सही फॉर्मूला?एयरलाइन मार्केट में बड़ा उलटफेर! इंडिगो ने एयर इंडिया ग्रुप को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में छोड़ा पीछेअब EPF का पैसा ATM और UPI से सीधे इस महीने से निकाल सकेंगे! सरकार ने बता दिया पूरा प्लान8th Pay Commission: रिटायर्ड कर्मचारियों को DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे?31 दिसंबर तक बिलेटेड टैक्स रिटर्न फाइल का अंतिम मौका! लेट फीस, फाइन से लेकर ब्याज की पूरी जानकारी

राष्ट्रीय लक्ष्यों के लिए भुलाएं मतभेद: मोदी

Last Updated- December 12, 2022 | 10:37 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि विकास को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि राजनीति इंतजार कर सकती है लेकिन विकास इंतजार नहीं कर सकता। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शताब्दी समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मतभेदों के नाम पर पहले ही बहुत समय गंवाया जा चुका है, अब सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया।
विश्वविद्यालय के छात्रों से राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील करते हुए उन्होंने कहा, समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, यह स्वाभाविक भी है। लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो तो हर मतभेद किनारे रख देना चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम मिल करके हासिल न कर सकें।
मोदी ने कहा, ‘राष्ट्र के, समाज के विकास को राजनीतिक चश्मे से ना देखा जाए। जब एक बड़े उद्देश्य के लिए हम आते हैं तो संभव है कुछ तत्त्व इससे परेशान हों। ऐसे तत्व दुनिया की हर सोसाइटी में मिल जाएंगे। कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनके अपने स्वार्थ होते हैं। वे अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए हर हथकंडा अपनाएंगेे।’
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार इस आंदोलन को विपक्षी दलों की साजिश करार देती रही है।   
पांच दशक से भी ज्यादा वक्त में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने एएमयू के कार्यक्रम में शिरकत की है। 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और  जवाहरलाल नेहरू ने 1948, 1955, 1960 और 1963 में एएमयू का दौरा किया था।

जम्मू कश्मीर में गुपकर गठबंधन भाजपा से आगे
जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीसीसी) के चुनाव में गुपकर गठबंधन बढ़त की ओर है। गुपकर के उम्मीदवार 71 सीटों पर आगे चल रही है और अब तक 25 सीटों पर जीत चुके हैं जबकि भाजपा 48 सीटों पर आगे चल रही है और उसने अब तक 8 सीटें जीती हैं। कांग्रेस 19 सीटों पर आगे चल रही है और उसने अब तक चार सीटों पर जीत हासिल की है। गुपकर जम्मू कश्मीर के सात राजनीतिक दलों का गठबंधन है जिसमें नेकां और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शामिल हैं।
गुपकर की बढ़त से उत्साहित जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चुनाव के नतीजों और रुझानों को भाजपा और उसकी ‘प्रॉक्सी राजनीतिक पार्टी’ के लिए आंख खोलने वाला बताया और कहा कि लोगों ने राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त करने के फैसले को खारिज कर दिया है।
वहीं भाजपा ने नैशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसी क्षेत्रीय प्रभावशाली पार्टियों का सामना करते हुए मंगलवार को कश्मीर की किसी सीट पर पहली बार चुनाव जीत दर्ज की। ऐजाज हुसैन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को श्रेय देते हुए कहा, ‘यह भाजपा के लिए जीत है। लोगों ने प्रधानमंत्री और उनकी नीतियों में विश्वास जताया है।’ यह संदेश है कि कश्मीर में राष्ट्रवादी फल-फूल रहे हैं।’ एजेंसियां

First Published - December 23, 2020 | 12:23 AM IST

संबंधित पोस्ट