संजय मंडाविया ने कहा है कि क्षेत्रीय विमानन उद्यम फलाइबिग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अब और समय है। जेट एयरवेज के लिए बोली में नाकामी के बावजूद पायलट से विमानन कंपनी के मालिक बने मंडाविया और उनके साझेदार बिरज जेना (यूएई फंड इंपीरियल कैपिटल के चेयरमैन) ने कहा है कि वे विमानन कंपनी शुरू करेंगे, जिसे सरकार के उड़ान कार्यक्रम के चौथे चरण में 16 मार्ग मिले हैं।
यह कंसोर्टियम यूएई के उद्यमी मुरारी लाल जालान व लंदन के फंड कालरॉक कैपिटल के कंसोर्टियम के हाथों मात खा गया। फ्लाइबिग व इंपीरियल कंसोर्टियम ने लेनदारों को 770 करोड़ रुपेय देने का वादा किया था और समाधान प्रक्रिया के लागत के तौर पर अतिरिक्त 292 करोड़ रुपये देने की बात कही थी। साथ ही उसने लेनदारों को 20 फीसदी इक्विटी देने का वादा भी किया था। कालरॉक-जालान कंसोर्टियम ने वित्तीय लेनदारों को 380 करोड़ रुपये देने और गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र के तौर पर 391 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है।साल 2012 में मंडाविया और उसके साझेदार दिलावर सिंह बसरों ने देश का पहला निजी सिम्युलेटर ट्रेनिंंग सेंटर एफएसटीसी स्थापित किया। उन्होंंने बी 737 एनजी और ए 320 के लिए दो सिम्युलेटर का अधिग्रहण किया। उन्होंने दिल्ली-गुडग़ांव राजमार्ग पर एक एकड़ का प्लॉट लिया और 50,000 वर्ग फुट में हाउस ऑफ सिम्युलेटर्स स्थापित किया।
एफएसटीसी के पायलट ट्रेनिंग सेंटर गुरुग्राम व हैदराबाद में हैं और नई विमानन कंपनी फ्लाइबिग शुरू करने की तैयारी हो रही है। उन्हें नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए से जल्द मंजूरी मिल सकती है। कालरॉक कैपिटल-मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम की समाधान योजना को 90 फीसदी लेनदारों ने मंजूरी दी है लेकिन मंडाविया व जेना का मानना है कि फ्लाइबिग व जेट एयरवेज को एकीकृत करने और अंतरराष्ट्रीय मार्ग पर धीरे-धीरे विस्तार से पहले देसी मार्ग पर ध्यान केंद्रित करने की उनकी योजना अच्छी थी। जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले एक बैंक के अधिकारी ने कहा, परिचालन के लिहाज से दोनों योजनाएं करीब-करीब एक जैसी थी लेकिन लेनदारों को लगा कि जालान के पास भुगतान की ज्यादा क्षमता है। मंडाविया ने कहा, हमने हालांकि अच्छी योजना सामने रखी थी और अभी भी हमारा मानना है कि उसके पास हर किसी लेनदारों व कंपनी, कर्मचारियों को देने के लिए काफी कुछ था। मैं नए मालिकोंं को शुभकामनाएं देता हूं। फ्लाइबिग का ध्यान वैसे मार्ग पर होगा जहां सेवाएं नहीं हैं या कम हैं। हम चार एटीआर-72 के साथ सेवाएं शुरू करेंगे और पहला एटीआर पहले ही आ गया है। अन्य तीन जल्द ही भारत में होंगे। हमारी योजना अगले चार साल में 20 विमान जोडऩे की है। उड़ान के तहत फ्लाइबिग को ज्यादातर मार्ग उत्तर पूर्व के मिले हैं, जिनमें गुवाहाटी-तेजू, तेजू-इम्फाल, गुवाहाटी-रूपसी, रूपसी-कोलकाता, आइजल-तेजपुर, अगरतला-डिब्रूगढ़, शिलॉन्ग-पासीघाट और पासीघाट-गुवाहाटी शामिल हैं।
मंडाविया ने कहा, जेट एयरवेज के लिए हमारी फ्लाइबिग क्षेत्रीय मार्गों के लिए फीडर एयरलाइन के तौर पर काम करती, वहीं जेट मेट्रो के मार्ग पर चलती। इंपीरियल कैपिटल इन्वेस्टमेंट्स के चेयरमैन बिराज जेना ने कहा, हम हालांकि अभी भी जेट एयरवेज की स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं। क्या वे लेनदारों की तरफ से कंसोर्टियम के चयन को चुनौती देंगे, इस पर जेना ने कहा कि हमने अभी इस पर विचार नहीं किया है। हम फ्लाइबिग का परिचालन शुरू करने के मामले में काफी आगे चल रहे हैं। देसी उड़ान में काफी मौके हैं और सामान्य आधार पर अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू होने से पहले काफी वक्त है। ऐसे में जेट एयरवेज के लिए हमारी समाधान योजना प्राथमिक तौर पर देसी मार्ग पर उड़ान पर केंद्रित थी।
मंडाविया के विमानन उद्यम के सपने के लिए जेना का समर्थन अहम होगा क्योंकि कारोबार को रकम की दरकार होती है। एक कंसल्टेंसी फर्म के अधिकारी ने कहा, अभी मंडाविया उड़ान सब्सिडी पर निर्भर हैं।