गांवों पर केंद्रित बीमा वितरण स्टार्टअप ग्रामकवर 2017-18 में कुछ हजार ग्राहक आधार से वित्त वर्ष 20 तक ग्राहकों की संख्या बढ़ाकर 13 लाख करने में कामयाब हुई है। इसका ध्यान एक ही जगह पर गांवों के ग्राहकोंं की सभी बीमा जरूरतों को पूरा करने पर है।
ग्राम कवर के ग्रुप सीईओ और संस्थापक ध्यानेश भट्ट ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हम सामान्य दर्शन, गाय से गड़ही तक का पालन करते हैं। इसके तहत गाय से लेकर मोटर कार तक के बीमा की सुविधा उपलब्ध है।’
निजी मौसम अनुमान फर्म स्काई मेट के जतिन सिंह और ध्यानेश भट्ट ने निजी इक्विटी फर्मों के साथ मिलकर 2017-18 में ग्रामकवर की स्थापना की थी। इसके प्रवर्तकों के मुताबिक बहुत तेजी से बीमा पोर्टफोलियो का विस्तार किया गया और बहुत कम समय में नए क्षेत्रों को कवर किया गया।
स्टार्टअप का दावा है कि उसने वित्त वर्ष 20 में विभिन्न बीमा पॉलिसियों से 53 करोड़ रुपये के करीब प्रीमियम जुटाया है, जो शुरुआती वर्ष में महज 50 लाख रुपये था।
सैद्धांतिक रूप से यह स्टार्टअप कर्ज न लेने वाले किसानों को फसल बीमा की सेवाएं देता है, जो केंद्र की प्रमुख बीमा योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत दी जा रही है। साथ ही कुछ क्षेत्र केंद्रित बीमा की भी सुविधा दी जा रही है। ग्रामकवर अपनी पेशकश बढ़ा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य बीमा, पशुधन बीमा, मोटर बीमा आदि शामिल है।
भट्ट ने कहा, ‘उदाहरण के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर हमारा मानना है कि ग्रामीण इलाकों के लोग परंपरागत मेटीक्लेम पसंद नहीं करते, जिसमें नेटवर्क अस्पतालों के माध्यम से नकदीरहित इलाज की सेवाएं मिलती हैं क्योंकि उनके इलाकों में बीमा कंपनी वाले अस्पताल नहीं हैं। ऐसे में ग्राहक ऐसी बीमा पॉलिसी पसंद करते हैं, जिनसे उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में नकदी मिल सके और लाभार्थी को रोजगार जाने की स्थिति में कुछ लाभ मिल सके। इसी तरह जीवन बीमा के मामले में ग्रामीण इलाकों में मनी बैक वाले बीमा ज्यादा कारगर हैं।’
कंपनी ने पिछले 3 साल में कई बीमा कंपनियों को जोड़ा है, जो कई तरह के बीमा की पेशकश करती हैं, जो ग्रामीण जरूरतों पर केंद्रित हैं।