देश के छह राज्यों में औसतन कोविड-19 के 1000 से अधिक मामले रोजाना दर्ज किए जा रहे हैं। केंद्र इन क्षेत्रों में टीकाकरण कवरेज की रफ्तार बढ़ाने के लिए लक्षित तरीके से संवाद कर रही है। 15 जुलाई के बाद एहतियाती खुराक की मांग में काफी तेजी आई जब केंद्र ने सभी वयस्कों को मुफ्त बूस्टर खुराक देने की घोषणा की थी। 15 जुलाई तक रोजाना औसतन 4.7 लाख खुराक से लेकर एहतियाती खुराक लेने की दर रोजाना 20.4 लाख हो गई। टीके की कुल खुराक के लिहाज से देखें तो यह रोजाना 12.3 लाख से बढ़कर (15 जुलाई तक) 27 लाख प्रतिदिन के स्तर पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ‘अमृत महोत्सव’ की वजह से एहतियाती खुराक का कवरेज 8 फीसदी (14 जुलाई) से बढ़कर 11 फीसदी (25 जुलाई तक) तक हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि करीब छह भारतीय राज्यों जैसे कि केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और कर्नाटक रोजाना औसतन 1000 से अधिक मामले दर्ज कर रहे हैं। इन राज्यों में राष्ट्रीय स्तर के कोविड-19 मामले में केरल का योगदान 11.38 फीसदी है। वहीं महाराष्ट्र और तमिलनाडु का योगदान क्रमशः 10.6 फीसदी और 10.3 फीसदी है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना है कि केंद्र एहतियाती खुराक के टीकाकरण कवरेज में तेजी लाना चाहता है खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां संक्रमण की दर अधिक है। अग्रवाल ने कहा, ‘हमने उन जिले और राज्यों को लक्षित तरीके से संदेश देना शुरू कर दिया है जहां मामले अधिक हैं। इससे टीके की हमारी कवरेज बढ़ने में मदद मिलेगी।’
फिलहाल भारत में 181 जिले हैं जहां साप्ताहिक स्तर पर 10 फीसदी से अधिक संक्रमण दर है। वहीं करीब 107 जिले में साप्ताहिक संक्रमण दर 5-10 फीसदी के बीच है। असम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में ऐसे जिले की तादाद अधिक है जहां 10 फीसदी से अधिक संक्रमण दर है।