प्रतीकात्मक तस्वीर
इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बनाने वाली देसी कंपनी डिक्सन टेक्नोलजीज तेजी से अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है। ठेके पर स्मार्टफोन उत्पादन के मामले में डिक्सन का अपनी प्रतिस्पर्धियों ताइवान की फॉक्सकॉन तथा चीन के डीबीजी समूह के साथ अंतर बहुत कम हो गया है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार 2024 में स्मार्टफोन उत्पादन में डिक्सन टेक्नोलजीज की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 11 फीसदी पहुंच गई जो 2023 में 8 फीसदी थी। इसकी तुलना में ऐपल इंक के लिए भारत और वैश्विक बाजार के लिए ठेके पर आईफोन असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन होन हई की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल 12 फीसदी रही, जो 2023 में 11 फीसदी थी। इसी तरह चीन के डीबीजी समूह की 2023 में बाजार हिस्सेदारी 9 फीसदी थी जो 2024 में बढ़कर 12 फीसदी पहुंच गई। डीबीजी श्याओमी तथा अन्य कंपनियों के लिए स्मार्टफोन बनाती है।
ऐपल के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भी आईफोन बनाती है जिसका उत्पादन में हिस्सा 2024 में दोगुना बढ़कर 4 फीसदी हो गया। वर्ष 2023 में कुल स्मार्टफोन उत्पादन में उसकी हिस्सेदारी 2 फीसदी थी। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने विसट्रोन का अधिग्रहण किया था और हाल ही में पेगाट्रॉन में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है। ये दोनों कंपनियां ऐपल के लिए आईफोन बनाती थीं। काउंटरपॉइंट के अनुसार टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का स्मार्टफोन उत्पादन 2023 की तुलना में 107 फीसदी बढ़ा है। आईफोन 15 और आईफोन 16 के उत्पादन में उसका अहम योगदान है। दूसरी ओर फॉक्सकॉन का उत्पादन 2023 के मुकाबले 2024 में 19 फीसदी और डीबीजी का उत्पादन इस दौरान 35 फीसदी बढ़ा है।
मोबाइल उपकरणों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाते हुए डिक्सन ने कई वैश्विक ब्रांडों को अपने साथ जोड़ा है, जिनके लिए वह स्मार्टफोन बनाती है। इन कंपनियों में श्याओमी, नोकिया एचएमडी, मोटोरोला आदि शामिल हैं। पिछले साल के आखिर में डिक्सन ने वीवो के साथ संयुक्त उपक्रम स्थापित करने के लिए बड़ा करार किया था। इस उपक्रम में डिक्सन की हिस्सेदारी 51 फीसदी होगी और यह खास तौर पर वीवो
ब्रांड के स्मार्टफोन बनाएगी। डिक्सन ने भारत में ट्रैनशन के कारखाने में भी बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है, जिसमें ट्रैनशन ब्रांड के स्मार्टफोन बनाए जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि इन दोनों सौदों की बदौलत 2025 में स्मार्टफोन उत्पादन में डिक्सन शीर्ष पर पहुंच जाएगी और देश में कुल स्मार्टफोन उत्पादन में उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 22-23 फीसदी हो जाएगी।फॉक्सकॉन होन हई इंडिया विशेष तौर पर ऐपल इंक के लिए आईफोन बनाती है।
कुछ कंपनियां अपने स्मार्टफोन खुद के कारखाने में बनाती हैं। इनमें सैमसंग प्रमुख है और कुल उत्पादन में उसकी हिस्सेदारी 20 फीसदी है। सैमसंग भारत में बने स्मार्टफोन को विदेश निर्यात भी करती है। 2024 में स्मार्टफोन उत्पादन में वीवो की हिस्सेदारी 14 फीसदी थी। इसने अब डिक्सन के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है। ओप्पो की हिस्सेदारी 12 फीसदी रही। चीन की एक अन्य कंपनी बीवाईडी की देश में कुल स्मार्टफोन उत्पादन में 2023 में 2 फीसदी हिस्सेदारी थी जो 2024 में बढ़कर 3 फीसदी हो गई।