भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने आज कहा है कि वह आईटी संबंधी ढांचे, इनसे सृजित होने वाली जानकारी और इन सूचनाओं तक पहुंचने वाले डिजिटल पहचानों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करता है।
भुगतान सेवा प्रदाता ने एक विस्तृत वक्तव्य में कहा, ‘एनपीसीआई में विवरणों की निजता को बरकरार रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है और हम अपने सभी ग्राहकों को आश्वस्त करते हैं कि हमारे स्तर पर विश्लेषित होने वाले डेटा पूरी तरह से सुरक्षित हैं और किसी भी अनधिकृत व्यक्ति तक इसकी पहुंच नहीं है।’
यह वक्तव्य समाचार एजेंसी रॉयटर्स की ओर से दी गई उस खबर के एक दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि एक सरकारी ऑडिट में एनपीसीआई की प्रणाली में 40 से अधिक सुरक्षा संबंधी त्रुटियों का पता चला जिनमें से कई नाजुक और अति जोखिम वाली श्रेणी के थे। एनपीसीआई ने अपने वक्तव्य में कहा है, ‘एनपीसीआई ने एनसीएससी को उच्च स्तर की पहुंच मुहैया कराई थी जो कि सामान्यतया नियमित कार्यकलापों के दौरान किसी भी साझेदार को उपलब्ध नहीं कराई जाती है, ताकि साइबर प्रतिरक्षा को दुरुस्त रखा जा सके। मैं एनपीसीआई के शीर्ष नेतृत्व और उनके सीआईएसओ (मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी) को वैश्विक सुरक्षा मानकों के अनुरूप सुदृढ़ ढांचा के साथ मजबूत साइबर सुरक्षा व्यवस्था की संस्कृति अपनाने के लिए अभिवादन करना चाहता हूं।’