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एलआईसी की नई पॉलिसियों पर महामारी का बुरा असर

Last Updated- December 11, 2022 | 9:14 PM IST

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पर कोविड-19 महामारी का बुरा असर पड़ा है। जीवन बीमा क्षेत्र की सरकारी दिग्गज कंपनी ने व्यक्गित और ग्रुप पॉलिसी मिलाकर वित्त वर्ष 21 में 525.4 लाख पॉलिसी जारी की, जो वित्त वर्ष 20 के 624.3 लाख पॉसिली की तुलना में 15.84 प्रतिशत कम है। बीमा कंपनी ने वित्त वर्ष 19 में 750 लाख पॉलिसी जारी की थी।
बाजार नियामक के पास दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मुताबिक, ‘महामारी और इससे जुड़े लॉकडाउन के कारण हमारी व्यक्तिगत पॉलिसी की बिक्री खासकर वित्त वर्ष 20 की चौथी तिमाही में प्रभावित हुई और बिक्री वित्त वर्ष 19 की चौथी तिमाही की तुलना में 22.66 प्रतिशत कम रही। वहीं वित्त वर्ष 21 और वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में  वित्त वर्ष 19 की पहली तिमाही की तुलना में क्रमश: 46.20 प्रतिशत और 34.93 प्रतिशत की कमी आई।’
वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में निगम ने करीब 190 लाख व्यक्तिगत और ग्रुप पॉलिसी (जीवन कवर के हिसाब से) जारी की, जो वित्त वर्ष 19 (महामारी के पहले) की समान अवधि की तुलना में 38 प्रतिशत कम है।
इसी तरह से निगम में सक्रिय व्यक्तिगत एजेंटों की संख्या मार्च 2021 के 10.8 लाख की तुलना में 17.48 प्रतिशत घटकर सितंबर 2021 में 8.96 लाख रह गई। सक्रिय एजेंट उन एजेंटों को माना जाता है, जिन्होंने पहले के 12 महीनों में कम से कम एक पॉलिसी बेची हो।
एलआईसी परंपरागत रूप से एजेंट संचालित संस्थान रहा है, जिसमें जनवरी 2022 में 13.3 लाख व्यक्तिगत एजेंट थे। यह संख्या पूरे बीमा उद्योग के व्यक्तिगत एजेंटों की संख्या की तुुलना में 55 प्रतिशत से ज्यादा है। इसके अलावा महामारी के कारण बीमा नियामक द्वारा व्यक्तिगत एजेंटों और कॉर्पोरेट एजेंटों की परीक्षा टाले जाने की वजह से नए एजेंट नहीं जुड़ पाए, जितने एजेंटों को जोडऩे की योजना थी।
एलआईसी ने डीआरएचपी में कहा है, ‘हमारी व्यक्तिगत पॉलिसी प्राथमिक रूप से हमारे व्यक्तिगत एजेंटों के माध्यम से बेची जाती है। वित्त वर्ष 19, वित्त वर्ष 20, वित्त वर्ष 21 और 30 सितंबर, 2021 को समाप्त 6 महीनों के दौरान हमारे व्यक्तिगत एजेंटों ने क्रमश: 49,338 करोड़ रुपये, 49,210 करोड़ रुपये, 53,574.64 करोड़ रुपये और 21,122 करोड़ रुपये के न्यू बिनजेस प्रीमियम खरीदे। यह हमारे एनबीपी का क्रमश: 96.69 प्रतिशत, 95.73 प्रतिशत, 94.78 प्रतिशत और 96.42 प्रतिशत है।’

First Published - February 15, 2022 | 11:40 PM IST

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