एस्ट्राजेनेका पीएलसी के कोविड टीके बनाने के लिए अनुबंध करने वाली भारतीय कंपनी के प्रमुख ने कहा कि वह जनवरी तक टीके का वितरण भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ताओं और बुजुर्गों के लिए कर सकती है। देश में संक्रमण के मामले शुक्रवार को 90 लाख के आंकड़े के पार हो गए। दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) पहले ही ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से तैयार किए जा रहे टीके की लाखों खुराक तैयार कर चुकी है और आखिरी चरण के परीक्षण के नतीजों का इंतजार है। ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका ने दुनिया भर की कंपनियों और सरकारों के साथ आपूर्ति और विनिर्माण से जुड़े करार पर हस्ताक्षर किए हैं।
गुरुवार को मेडिकल जर्नल ‘द लैंसेट’ में प्रकाशित आंकड़ों से पता चला है कि एस्ट्राजेनेका के टीके ने वयस्कों में एक मजबूत प्रतिरोधक क्षमता तैयार की है और शोधकर्ता क्रिसमस तक आखिरी चरण के परीक्षण के नतीजे आने की उम्मीद कर रहे हैं। दवा निर्माता कंपनी फाइजर इंक और मॉडर्ना इंक ने भी आखिरी चरण के परीक्षणों से जुड़ा डेटा जारी किया है जो उनके टीके में 90 फीसदी से अधिक प्रभावकारिता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री को सलाह देने वाली एक समिति के प्रमुख ने इस सप्ताह कहा, ‘भारत फाइजर और मॉडर्ना के टीकों की प्रगति देख रहा है लेकिन देश की आबादी को देखते हुए इसकी उपलब्धता और आपूर्ति एक मुद्दा हो सकता है।’ एसआईआई के मुख्य कार्याधिकारी अडार पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी एस्ट्राजेनेका टीके के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मांग करेगी जैसे ही ब्रिटेन में अधिकारियों की तरफ से इसे मंजूरी मिलेगी और इसे आम जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। पूनावाला ने गुरुवार को एक सम्मेलन में कहा, ‘यह एक कठिन काम रहा है और अब हम बेहद खुश हैं कि हम प्रायोगिक परीक्षण पर जोर दे रहे हैं और टीके के नतीजे आने का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद हम लाखों टीके तैयार करने के बारे में सोच सकते हैं।’
पूनावाला ने कहा कि इस टीके की कीमत खुदरा बाजार में 5 डॉलर से 6 डॉलर के बीच होगी लेकिन भारत सरकार को कम कीमत में मिलेगा क्योंकि वे थोक खरीदारी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘भारत की 1.3 आबादी को कवर करने में कम से कम दो से तीन साल लगेंगे।’ दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा संक्रमितों की तादाद भारत में है लेकिन सितंबर में संक्रमण की दर शीर्ष पर पहुंचने के बाद से इसकी रफ्तार धीमी हो गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 45,882 नए मामले सामने आए हैं और 584 लोगों की मौत हो गई है। भारत में अब कोरोनावायरस के 90 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 132,162 लोगों की मौत हुई है। एक सरकारी वैज्ञानिक ने इस महीने की शुरुआत में रॉयटर्स को बताया कि निजी कंपनी भारत बायोटेक द्वारा तैयार किया गया टीका फरवरी की शुरुआत में लॉन्च किया जा सकता है जिसे सरकार का समर्थन हासिल है।
दिल्ली में घर-घर सर्वेक्षण पर जोर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बीच शहर में घनी आबादी वाले इलाकों और निषिद्ध क्षेत्रों में कोविड-19 के लक्षण वाले लोगों की पहचान और जांच के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का अभियान शुक्रवार को शुरू किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पांच दिन में यह सर्वेक्षण पूरा हो जाएगा और सर्वेक्षण के तहत निषिद्ध क्षेत्रों, घनी आबादी वाले इलाकों और संक्रमण के ज्यादा मामले वाले क्षेत्रों के 57 लाख से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति की निगरानी की जाएगी। सभी निषिद्ध क्षेत्रों और संक्रमण के ज्यादा मामले वाले इलाकों में शिक्षक, नगर निगम के कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता और नागरिक रक्षा कार्यकर्ताओं की टीमों को इसमें शामिल किया गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि संक्रमण के नए मामलों एवं संक्रमित होने की दर में धीरे धीरे गिरावट से संकेत मिलता है कि दिल्ली में वायरस का प्रसार कम हो रहा है। भाषा
