महंगाई की मार से रियल एस्टेट कारोबार भी अछूता नहीं रहा। डेवलपर्स को भी इन दिनों पूंजी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, ऊंची ब्याज दर और स्टील, सीमेंट की बढ़ती कीमतों की वजह से ये हालात पैदा हुए हैं। यही नहीं, महंगाई की वजह से प्रॉपर्टी की लागत भी करीब 20-25 फीसदी बढ़ गई है, जबकि बाजार से पैसा जुटाना महंगा पड़ रहा है।
एक्टिस एडवाइजर्स के एमडी (रियल एस्टेट बिजनेस) चाणक्य चक्रवर्ती का कहना है कि पूंजी की समस्या अभी उतनी गंभीर नहीं है, लेकिन 6 महीने बाद डेवलपर्स को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
रियल एस्टेट से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि जमीन की कीमत का सीधा असर प्रॉपर्टी की कीमत पर पड़ता है। इसकी वजह से कुछ समय पहले प्रॉपर्टी की कीमत आसमान छू रही थी, लेकिन महंगाई की वजह से प्रॉपर्टी की मांग घट गई, जिससे डेवलपर्स के सामने पूंजी की समस्या खड़ी हो गई।
यही नहीं, मांग घटने से डेवलपर्स को प्रॉपर्टी की कीमत में कमी लानी पड़ी। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों डीएलएफ को मानेसर औैर चेन्नई में 2250 रुपये वर्गफीट के हिसाब से प्रॉपर्टी बेचना पड़ा, जोकि बाजार मूल्य से अपेक्षाकृत कम है।
इसके अलावा कई डेवलपर्स खरीदारों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के लुभावने पैकेज देने की घोषणा कर रहे हैं। स्थानीय डेवलपर्स को पूंजी जुटाने के लिए निजी क्षेत्रों पर निर्भर रहना पड़ता है।
हिल गई बुनियाद
ब्याज दर बढ़ने और मांग घटने से डेवलपर्स को पूंजी जुटाने में आ रही समस्या,स्टील-सीमेंट की बढ़ती कीमत से भी डेवलपर्स हलकान