ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट से जुड़े अकाउंट को हैक कर लिया गया था जिसे बाद में ठीक कर दिया गया। ट्विटर के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिये जारी बयान में कहा, ‘हमें इस गतिविधि की जानकारी है और हमने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। हम सक्रियता से स्थिति की जांच कर रहे हैं। इस वक्त हमें अन्य किसी अकाउंट के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है। अपना अकाउंट सुरक्षित रखने के लिए आप आवश्यक जानकारी देख सकते हैं।’ हैक किए गए अकाउंट के करीब 25 लाख फॉलोअर हैं।
खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री की निजी वेबसाइट के टिवटर अकाउंट को हैक करने के बाद, साइबर अपराधी ने इस पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर कोविड-19 के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने का अनुरोध करने संबंधी पोस्ट डाली थी। एक अन्य संदेश में कहा गया, ‘हां, यह अकाउंट जॉन विक ने हैक किया है, हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।’
इससे पहले 30 अगस्त को, साइबर सुरक्षा की कंपनी साइबल ने दावा किया था कि पेटीएम की ई-कॉमर्स इकाई, पेटीएम मॉल में डेटा उल्लंघन संबंधी घटना के लिए हैकर समूह जॉन विक जिम्मेदार है। ट्विटर ने यह भी कहा कि उसकी जांच के मुताबिक, हालिया हमला ट्विटर प्रणाली या सेवा के असुरक्षित होने की वजह से नहीं हुआ है। ट्विटर ने कहा कि फिलहाल इस बात के कोई संकेत या सबूत नहीं है कि इस अकाउंट को हैक किए जाने और जुलाई में हुई घटना में कोई संबंध है।
फेसबुक ने भाजपा नेता टी राजा सिंह को प्रतिबंधित किया
घृणा भरे भाषणों से निपटने के तौर-तरीकों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही फेसबुक ने हिंसा और नफरत को बढ़ावा देने वाली सामग्री से जुड़ी अपनी नीतियों का उल्लंघन करने के मामले में भाजपा नेता टी राजा सिंह को अपने मंच और ‘इंस्टाग्राम’ पर प्रतिबंधित कर दिया है। फेसबुक के एक प्रवक्ता ने ईमेल के जरिये जारी किए एक मेल में कहा, ‘हिंसा को बढ़ावा देने या हिंसा में संलग्न होने वालों की हमारे मंचों पर उपस्थिति प्रतिबंधित करने की हमारी नीति रही है और इसका उल्लंघन करने पर हमने राजा सिंह को फेसबुक पर प्रतिबंधित कर दिया है।’ बयान के अनुसार संभावित उल्लंघनों का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया व्यापक है और इसके जरिये फेसबुक ने भाजपा नेता का अकाउंट हटाने का निर्णय किया। गौरतलब है कि हाल ही में ‘बीबीसी’, ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’, ‘रॉयटर्स ‘ और ‘टाइम मैगजीन’ ने खबरें प्रकाशित की थीं, जिनमें दावा किया गया था कि फेसबुक की भारतीय इकाई के कुछ पदाधिकारियों ने भाजपा को फायदा पहुंचाया है। इसके बाद से फेसबुक सवालों के घेरे में है। भारत में 30 करोड़ से अधिक लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। भाषा