14-18 साल के 25 फीसदी बच्चे दूसरी कक्षा की किताब नहीं पढ़ पाते: ASER सर्वे

14-18 साल के बच्चों में सीखने की कमी: क्या हम शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए पर्याप्त कर रहे हैं?

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 17, 2024 | 11:01 PM IST

बुधवार को प्रकाशित ASER 2023 ‘बियॉन्ड बेसिक्स’ सर्वे से पता चला है कि हालांकि 14-18 साल के 86.8% बच्चे स्कूल में हैं, उनमें से 25%  अपनी क्षेत्रीय भाषा में दूसरी कक्षा की किताब अच्छे से नहीं पढ़ पाते।

बेसिक गणित स्किल के मूल्यांकन के दौरान रिपोर्ट में पाया गया कि ज्यादातर बच्चे (85%) 0 सेमी से शुरू करके लंबाई माप सकते हैं, लेकिन शुरुआती बिंदु बदलने पर केवल 39% ही ऐसा कर सकते हैं। कुल मिलाकर, लगभग आधे बच्चे समय बताने, वज़न जोड़ने और एकात्मक मैथड का उपयोग करने जैसे काम कर सकते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, “आधे से अधिक स्टूडेंट्स भाग की समस्याओं से जूझते हैं। 14-18 वर्ष के केवल 43.3 प्रतिशत बच्चे ही ऐसी समस्याओं को सही ढंग से हल करने में सक्षम हैं। यह स्किल आमतौर पर तीसरी और चौथी कक्षा में अपेक्षित होती है।”

26 राज्यों के 28 जिलों में किए गए सर्वे में यह भी बताया गया है कि केवल 28.1 प्रतिशत महिलाओं के STEM (विज्ञान, टेक्नॉलजी, इंजीनियरिंग और गणित) में करियर बनाने की संभावना है, जबकि समान आयु वर्ग के 36.3 प्रतिशत पुरुष इन विषयों में रुचि ले रहे हैं।

इसमें आगे बताया गया है कि आधे से कुछ अधिक 57.3 प्रतिशत अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं। जो लोग अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं, उनमें से लगभग तीन-चौथाई उनके अर्थ (73.5 प्रतिशत) बता सकते हैं।

सर्वे में पाया गया कि जहां महिलाओं ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में दूसरी कक्षा के स्तर का पाठ पढ़ने में (76 प्रतिशत पर) पुरुषों से बेहतर प्रदर्शन किया, वहीं पुरुषों ने अंकगणित और अंग्रेजी पढ़ने में अपने महिला समकक्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।

इसमें यह भी कहा गया है कि 11वीं कक्षा या ऊपर की कक्षा में, आधे से अधिक 55.7 प्रतिशत आर्ट या ह्युमिनिटी स्ट्रीम में इनरोल हैं, इसके बाद STEM 31.7 प्रतिशत और कॉमर्स 9.4 प्रतिशत हैं।

ASER एक राष्ट्रव्यापी नागरिक-नेतृत्व वाला घरेलू सर्वे है जो ग्रामीण भारत में बच्चों की स्कूली शिक्षा और सीखने की स्थिति का एक स्नैपशॉट देता है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को छोड़कर, जहां दो जिलों का सर्वे किया गया था, प्रत्येक प्रमुख राज्य के एक ग्रामीण जिले में कुल 34,745 युवाओं तक पहुंच कर सर्वे किया गया था।

First Published : January 17, 2024 | 8:21 PM IST