म्युचुअल फंड

नए खाते खोलने में पैसिव ने ऐक्टिव फंडों को पीछे छोड़ा

ऐक्टिव इक्विटी फंडों में वर्तमान में 1.75 करोड़ सक्रिय खाते या फोलियो हैं, जो कुल 2.52 करोड़ म्युचुअल फंड फोलियो का 70 फीसदी है।

Published by
अभिषेक कुमार   
Last Updated- October 27, 2025 | 10:36 PM IST

ऐसा पहली बार हुआ है जब पैसिव म्युचुअल फंड (एमएफ) योजनाओं में नए खातों में शुद्ध बढ़ोतरी ऐक्टिव इक्विटी फंडों से अधिक हो गई। निवेशकों द्वारा बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में जोरदार तेजी के बीच सोने और चांदी के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) पर दांव लगाने की वजह से सितंबर में पैसिव एमएफ योजनाओं में ऐक्टिव इक्विटी फंड योजनाओं की तुलना में ज्यादा नए खाते खोले गए।

पैसिव योजनाओं में इंडेक्स फंड और ईटीएफ शामिल होते हैं । सितंबर के दौरान इस तरह की योजनाओं में 12 लाख नए खाते खोले गए और फंड-ऑफ-फंड्स (एफओएफ) योजनाओं को मिलाकर कुल नए खातों की संख्या बढ़कर 21 लाख हो गई। इसकी तुलना में ऐक्टिव इक्विटी योजनाओं में सितंबर के दौरान 14 लाख नए खाते जुड़े।

आम तौर पर म्युचुअल फंडों में ज्यादातर नए निवेश खाते ऐक्टिव इक्विटी योजनाओं में खोले जाते हैं और इस सेगमेंट ने हमेशा ही सभी श्रेणियों में सबसे अच्छा दीर्घकालिक प्रदर्शन किया है। ऐक्टिव इक्विटी उत्पादों पर वितरकों को कमीशन भी ज्यादा मिलता है जिससे मध्यस्थ या एजेंट भी ऐसी योजनाओं को तरजीह देते हैं।

ऐक्टिव इक्विटी फंडों में वर्तमान में 1.75 करोड़ सक्रिय खाते या फोलियो हैं, जो कुल 2.52 करोड़ म्युचुअल फंड फोलियो का 70 फीसदी है।

पिछले महीने नए खाते जोड़ने के मामले में असमानता बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी का लाभ उठाने के लिए गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में नए निवेशकों की बढ़ती संख्या के कारण हुई थी। सितंबर में गोल्ड और सिल्वर के ईटीएफ ने 9.9 लाख नए खाते जोड़े। सोने और चांदी के एफओएफ (जिनके आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं) में भी रिकॉर्ड संख्या में नए खाते खोले जाने की उम्मीद है।

सेंस ऐंड सिंपलिसिटी के संस्थापक और सीईओ सुनील सुब्रमण्यम ने कहा, ‘पैसिव फोलियो में वृद्धि मुख्य रूप से हाल के महीनों में कीमती धातुओं के शानदार प्रदर्शन के कारण गोल्ड-सिल्वर के फोलियो में अचानक वृद्धि के कारण हुई है।’

नए खाते खुलने से पिछले महीने गोल्ड और सिल्वर के ईटीएफ में रिकॉर्ड निवेश हुआ। सितंबर में गोल्ड ईटीएफ में 8,151 करोड़ रुपये का निवेश आया जबकि अगस्त में यह 2,190 करोड़ रुपये था। सिल्वर ईटीएफ में निवेश तीन गुना बढ़कर 5,342 करोड़ रुपये हो गया।

फिज्डम के शोध प्रमुख नीरव करकेरा ने कहा, ‘इन धातु-आधारित पैसिव विकल्पों में निवेशकों की दिलचस्पी कीमतों में तेज उछाल के साथ-साथ ईटीएफ और एफओएफ द्वारा दी जाने वाली सुविधा के कारण बढ़ी है। इसमें निवेशकों को कमोडिटी ट्रेडिंग खाता बनाए रखने की परेशानी के बिना डीमैट या फिजिकल माध्यम से भी निवेश करने की अनुमति मिलती है। त्योहारी खरीदारी ने भी खुदरा भागीदारी में को बढ़ावा दिया है।’

First Published : October 27, 2025 | 10:34 PM IST