facebookmetapixel
सरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?सेबी 17 दिसंबर की बैठक में करेगा हितों के टकराव और खुलासा नियमों की सिफारिशों पर विचार

‘एक्स’ ने ब्राजील में अपना संचालन रोकने का किया ऐलान, अदालत पर सेंसरशिप का आरोप

‘एक्स’ ने आरोप लगाया कि न्यायमूर्ति डि मोरेज का हालिया आदेश ‘सेंसरशिप’ के समान है। उसने ‘एक्स’ संबंधी आदेश की एक प्रति भी साझा की।

Last Updated- August 18, 2024 | 8:55 AM IST
X blocks 8000 accounts in India after govt order to combat misinformation
Representative Image

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ ने ब्राजील में अपना संचालन बंद करने की शनिवार को घोषणा की। कंपनी ने आरोप लगाया कि ब्राजीलियाई उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्जांद्रे डि मोरेज ने ‘सेंसरशिप’ से जुड़े आदेशों का अनुपालन न करने पर ब्राजील में ‘एक्स’ के न्यायिक प्रतिनिधि को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी है।

‘एक्स’ ने कहा कि वह ब्राजील में अपने सभी शेष कर्मचारियों को “तत्काल प्रभाव” से हटा रहा है। हालांकि, कंपनी ने भरोसा दिलाया कि ब्राजील के लोगों के लिए साइट की सेवाएं जारी रहेंगी।

‘एक्स’ ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह ब्राजील में संचालन बंद करने के बाद देश के लोगों को साइट की सेवाएं उपलब्ध कराना कैसे जारी रखेगा। साल की शुरुआत में ‘एक्स’ पर अभिव्यक्ति की आजादी, धुर दक्षिणपंथी खातों और गलत सूचनाओं के प्रसार को लेकर कंपनी का न्यायमूर्ति डि मोरेज से मतभेद हुआ था।

‘एक्स’ ने आरोप लगाया कि न्यायमूर्ति डि मोरेज का हालिया आदेश ‘सेंसरशिप’ के समान है। उसने ‘एक्स’ संबंधी आदेश की एक प्रति भी साझा की।

उच्चतम न्यायालय के मीडिया कार्यालय ने मामले में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उसने ‘एक्स’ द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों की प्रमाणिकता की भी पुष्टि नहीं की।

न्यायमूर्ति डि मोरेज ने अप्रैल में ‘एक्स’ पर मानहानिकारक फर्जी खबरों के प्रसार को लेकर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने ‘एक्स’ पर आपराधिक समूहों की कथित गतिविधियों, संभावित व्यवधानों और उकसावे वाले पोस्ट की जांच करने को भी कहा था। ब्राजील के दक्षिणपंथी दल न्यायमूर्ति डि मोरेज पर अभिव्यक्ति की आजादी पर लगाम कसने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने और राजनीतिक उत्पीड़न में शामिल होने का आरोप लगाते आए हैं।

न्यायमूर्ति डि मोरेज ने पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई कठोर आदेश पारित किए हैं, जिन्हें वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी मानते हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच से लेकर उनके धुर दक्षिणपंथी सहयोगियों के सोशल मीडिया खातों पर प्रतिबंध लगाना और आठ जनवरी 2023 को सरकारी इमारतों पर धावा बोलने वाले समर्थकों की गिरफ्तारी का आदेश देना शामिल है।

‘एक्स’ ने एक बयान में कहा, “डि मोरेज ने कानून या उचित प्रक्रिया का सम्मान करने के बजाय ब्राजील में हमारे कर्मचारियों को धमकाने का विकल्प चुना है।” वहीं, मस्क ने पोस्ट किया कि डि मोरेज “न्याय पर बड़ा कलंक हैं।”

First Published - August 18, 2024 | 8:55 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट