अंतरराष्ट्रीय

Trump Tariff: अमेरिका 1 अगस्त से लगाएगा ग्लोबल टैरिफ, Trump शुक्रवार से भेजेंगे नोटिस

Trump Tariff: ट्रंप पहले भी साफ कर चुके हैं कि जो देश तय समयसीमा से पहले डील नहीं करेंगे, उन पर अमेरिका की तरफ से टैरिफ लागू कर दिया जाएगा।

Published by
बीएस वेब टीम   
Last Updated- July 04, 2025 | 2:50 PM IST

Trump Tariff: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टैरिफ यानी आयात शुल्क को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि नए टैरिफ 60-70% से शुरू होकर 10-20% तक होंगे। ट्रंप ने कहा कि सभी देश 1 अगस्त से यह शुल्क चुकाना शुरू कर दें।

ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि शुक्रवार को 10 से 12 देशों को नोटिस भेजा जाएगा और इसके बाद अगले कुछ दिनों में और देशों को पत्र मिलेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि 9 तारीख तक ये पूरी तरह लागू हो जाएगा।”

क्या है ट्रंप का ‘लिबरेशन डे’ टैरिफ?

डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को ‘लिबरेशन डे टैरिफ’ की घोषणा की थी। इसके तहत अमेरिका ने 100 से ज्यादा देशों से आने वाले सामान पर भारी शुल्क लगाने की बात कही थी। इसका मकसद घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है।

किस देश पर कितना टैरिफ?

  • भारत पर 26% का आयात शुल्क लगाया गया है।

  • चीन को 34% टैरिफ देना होगा।

  • लेसोथो पर 50%

  • कंबोडिया पर 49%

  • वियतनाम पर 46% शुल्क लगाया गया है।

सभी देशों पर कम से कम 10% का बेसलाइन टैरिफ लागू किया गया है। जो देश अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस (व्यापार अधिशेष) में हैं, उन पर ज्यादा दरें लगाई गई हैं।

इससे कौन-कौन प्रभावित होगा?

इस फैसले से उन देशों पर असर पड़ेगा जो अमेरिका को बड़े पैमाने पर सामान निर्यात करते हैं। भारत, चीन, वियतनाम, कंबोडिया जैसे देश इससे सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। इसका असर दोनों तरफ के व्यापार पर भी देखने को मिल सकता है।

India-US Trade Deal: भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील जल्द, ट्रंप बोले- टैरिफ होगा कम, मुकाबला होगा बराबरी का

टैरिफ पर रोक क्यों लगी थी?

ट्रंप ने 9 अप्रैल को लागू होने वाले आयात शुल्क (टैरिफ) पर 90 दिन की रोक लगा दी थी। इसका मकसद देशों को अमेरिका के साथ ट्रेड डील करने का मौका देना था। यह रोक 9 जुलाई को खत्म हो रही है। अब तक सिर्फ ब्रिटेन, वियतनाम और चीन ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते किए हैं। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि जिन देशों की डील तय नहीं हुई है, उन्हें भारी टैरिफ झेलना पड़ेगा।

क्या टैरिफ पहले से ज्यादा हो सकते हैं?

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप 60% से 70% तक के टैरिफ लागू करने की तैयारी में हैं। यह पहले घोषित अधिकतम 50% टैरिफ से कहीं ज्यादा होगा। ऐसे टैरिफ उन देशों पर लागू होंगे, जिन्होंने अमेरिका से अब तक कोई समझौता नहीं किया है। इससे वैश्विक व्यापार में बड़ा बदलाव हो सकता है।

ट्रंप ने कहा, “हमारे पास कुछ और डील्स हैं, लेकिन मेरा मन है कि मैं बस एक चिट्ठी भेजूं और बता दूं कि उन्हें कितना टैरिफ देना होगा।” इस बयान से साफ है कि 9 जुलाई की डेडलाइन से पहले ज्यादा समझौतों की उम्मीद नहीं है।

One Big Beautiful Bill: ट्रंप की बड़ी जीत, 4.5 ट्रिलियन डॉलर वाला टैक्स बिल हाउस से पास

9 जुलाई से पहले क्या भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील हो सकती है?

भारत उन देशों में शामिल है जो आखिरी वक्त में ट्रेड डील को अंतिम रूप देने की कोशिश में लगे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस पर सकारात्मक रुख दिखाया है। फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और अमेरिका के बीच एक अंतरिम समझौता इस हफ्ते तय हो सकता है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “वे इन समझौतों को अंतिम रूप दे रहे हैं और भारत को लेकर राष्ट्रपति व उनकी ट्रेड टीम जल्द घोषणा करेंगे।”

क्या ट्रंप 9 जुलाई की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं?

पहले ऐसी अटकलें थीं कि अमेरिका इस डेडलाइन को आगे बढ़ा सकता है, लेकिन हाल ही में ट्रंप ने साफ किया कि वे 9 जुलाई की समयसीमा को बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे इसे आगे बढ़ाने पर विचार नहीं कर रहे हैं। ऐसे में दोनों देशों के पास समझौते के लिए समय बेहद कम बचा है।

First Published : July 4, 2025 | 12:36 PM IST