स्वेज नहर में खनिज तेल और तरल प्राकृतिक गैस ले जा रहे दो टैंकर आपस में टकरा गए जिससे वैश्विक व्यापार के अहम समुद्री मार्ग पर यातायात कुछ घंटो तक प्रभावित रहा। मिस्र के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
स्वेज नहर प्राधिकरण ने एक बयान में बताया कि तरल प्राकृतिक गैस ले जा रहे सिंगापुर के ध्वज वाला टैंकर ‘बीडब्ल्यू लेसमेस’ मंगलवार की रात जब नहर से गुजर रहा था तब उसमें कुछ तकनीकी खामी आई और वह वहीं ठहर गया।
इस दौरान केमन आइलैंड के तेल टैंकर ‘बुर्री’ वहां से गुजरते हुए उससे टकरा गया। प्राधिकरण के मुताबिक इस टक्कर से स्वेज नहर में यातायात घंटो बाधित रहा और दोनों टैंकरों को हटाने के बाद जलमार्ग पर जहाजों की आवाजाही शुरू हुई।
उसने बताया कि दोनों टैंकर भूमध्य सागर से लाल सागर जा रहे काफिले का हिस्सा हैं। नहर प्राधिकरण के प्रमुख एडमिरल ओसामा राबेई ने बयान में कहा, ‘‘हमने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है …और आने वाले कुछ घंटों में दोनों ओर से यातायात सामान्य हो जाएगा।’’
नहर में सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी लेथ एजेंसी ने बुधवार को बताया कि इस घटना की वजह से दक्षिण को जाने वाले 21 जहाजों में देरी हुई है। दुनिया का करीब 10 प्रतिशत व्यापार इस नहर से होता है और मिस्र की सरकार के लिए विदेशी मुद्रा का यह सबसे बड़ा स्रोत है।
जहाजों की आवाजाही की जानकारी देने वाली एजेंसी मरीनट्रैफिक ने घटना का वीडियो जारी किया है जिसमें बंदरगाह की ओर बढ़ रहा बुर्री पहले से खड़े बीडब्ल्यू लेसमेस से टकराता दिख रहा है। बुर्री का 2018 में जलावतरण हुआ था और 250 मीटर लंबा और 44 मीटा चौड़ा है।
बीडब्ल्यू लेसमेस का जलावतरण उससे तीन साल बाद हुआ और इसकी लंबाई 295 मीटर और चौड़ाई 46.43 मीटर है। बीडब्ल्यू लेसमेस के परिचालक बीडब्ल्यू एलएनजी एएस ने एक बयान में बताया, ‘‘चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं और प्रदूषण फैलने की कोई सूचना नहीं है।’’
राबेई ने कहा कि प्राथमिक निरीक्षण के मुताबिक टैंकरों को कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है और न ही वहां पर प्रदूषण हुआ। नार्वे के ओस्लो से तकनीकी टीम बुधवार को आगे टैंकर की जांच करने आ रही है।