न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था मंदी की गिरफ्त में चली गई है। गुरुवार को जारी नए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। माना जा रहा है कि ऊंची ब्याज दरों की वजह से न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था की यह स्थिति बनी है।
आंकड़ों के अनुसार, मार्च तिमाही में न्यूजीलैंड के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई। इससे पिछली तिमाही में जीडीपी में 0.7 प्रतिशत (संशोधित) की गिरावट आई थी। लगातार दो तिमाहियों में जीडीपी में गिरावट को मंदी के रूप में परिभाषित किया जाता है।
न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को लगातार 12वीं बार बढ़ाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है। इसके चलते अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ी है। 2008 के बाद यह ब्याज दर का सबसे ऊंचा स्तर है।
इससे लोगों के लिए घर, कार या कोई अन्य चीज खरीदना महंगा हो गया है। हालांकि, रिजर्व बैंक ऑफ न्यूजीलैंड ने संकेत दिया है कि उसका ब्याज दर में और वृद्धि का इरादा नहीं है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि उसका अगला कदम ब्याज दर में कटौती का होगा।