facebookmetapixel
हाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथRed Fort Blast: लाल किले के पास कार में विस्फोट, 8 लोगों की मौत; PM मोदी ने जताया दुखपेरिस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई भारत में करेगी 58,000 भर्तियां, 3.3 अरब डॉलर में WNS का अधिग्रहण कियासड़क हादसे में मौतें 30 वर्ष में सबसे ज्यादा, प्रति 1 लाख की आबादी पर 12.5 मौतें हुईंछोटी कारों को छूट पर नहीं बनी सहमति, SIAM ने BEE को कैफे-3 और कैफे-4 मसौदे पर अंतिम टिप्पणियां सौंपीJK Tyre का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात हिस्सेदारी को 20% तक पहुंचाने का, यूरोपीय बाजारों पर फोकस

Nobel prize for medicine: माइक्रो RNA की खोज के लिए दो अमेरिकी वैज्ञानिकों को दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार

Nobel Prize 2024: पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को आयोजित समारोह में पुरस्कार प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

Last Updated- October 07, 2024 | 6:46 PM IST
Nobel prize for medicine: माइक्रो RNA की खोज के लिए दो अमेरिकी वैज्ञानिकों को दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार Gary Ruvkun and Victor Ambros, who won the 2024 Nobel Prize in Physiology or Medicine for the discovery of microRNA
गैरी रुवकुन और विक्टर एंब्रोस

Nobel prize for medicine 2024: माइक्रो आरएनए की खोज के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा सोमवार को की गई। नोबेल असेंबली ने कहा कि इन वैज्ञानिकों की खोज “जीवों के विकास और कार्यप्रणाली के लिए मौलिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो रही है”।

नोबेल समिति के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने कहा कि एंब्रोस ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में वह शोध किया जिसके कारण उन्हें यह पुरस्कार दिया जाएगा। वह वर्तमान में यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स मेडिकल स्कूल में प्रकृति विज्ञान के प्रोफेसर हैं। रुवकुन का अनुसंधान मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में किया गया, जहां वह जेनेटिक्स के प्रोफेसर हैं।

पर्लमैन ने बताया कि उन्होंने घोषणा से कुछ समय पहले फोन पर रुवकुन से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने काफी देर में फोन उठाया और बहुत थके हुए लग रहे थे, लेकिन जब उन्हें समझ आया कि किस बारे में बात हो रही है तो वह बहुत उत्साहित और प्रसन्न हुए।’’

पिछले वर्ष, ‘फिजियोलॉजी’ या चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार हंगरियाई-अमेरिकी नागरिक कैटालिन कारिको और अमेरिकी नागरिक ड्रू वीसमैन को उन खोजों के लिए दिया गया था, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ एमआरएनए टीके विकसित करने में मदद की।

चिकित्सा क्षेत्र में अब तक कुल 227 विजेताओं को नोबेल पुरस्कार दिया गया है जिनमें से केवल 13 महिलाओं को यह पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार जीतने वाले को एक करोड़ 10 लाख स्वीडिश क्रोना (करीब 10 लाख अमेरिकी डॉलर) दिए जाते हैं। यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है।

पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को आयोजित समारोह में पुरस्कार प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। चिकित्सा क्षेत्र के अलावा मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की जाएगी। शांति के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए यह घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी।

First Published - October 7, 2024 | 6:46 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट