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निक्की हेली ने कहा, अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो नाटो और भारत के साथ संबंध मजबूत होंगे

उन्होंने कहा कि डॉनल्ड ट्रंप के दोबारा चुने जाने पर नाटो के साथ संबंधों के लिए खतरा हो सकता है।

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भाषा   
Last Updated- February 19, 2024 | 10:31 PM IST

राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उम्मीदवारी पाने का प्रयास कर रहीं भारतीय-अमेरिकी निक्की हेली ने कहा कि अगर वह सत्ता में आती हैं तो उनका प्रशासन न केवल उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के साथ बल्कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया और फिलीपींस सहित कई अन्य देशों के साथ अपने संबंधों का मजबूत करेगा।

हेली ने कहा कि अगर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप दोबारा चुने जाते हैं तो नाटो के साथ संबंधों के लिए खतरा हो सकता है। उन्होंने ‘एबीसी न्यूज’ से बातचीत में कहा, ‘अगर ट्रंप दोबारा चुने जाते हैं तो मैं कई मुद्दों को लेकर चिंतित हूं। नाटो के साथ संबंधों के लिए खतरा उनमें से एक है। नाटो 75 साल की सफलता की कहानी है।’

अमेरिका में 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन भरने की दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से हेली ट्रंप के खिलाफ एकमात्र उम्मीदवार बची हैं। नाटो 31 सदस्य देशों का एक अंतरसरकारी सैन्य गठबंधन है, जिसमें यूरोप के 29 और उत्तरी अमेरिका के दो देश शामिल हैं। हेली ने कहा कि चीन हमेशा से इस गठबंधन का मुखर विरोधी रहा है।

 

First Published : February 19, 2024 | 10:31 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)