गाजा पट्टी की एक मस्जिद पर इजराइली हवाई हमले में रविवार तड़के कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी। फलस्तीनी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इजराइल ने ईरान-समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ युद्ध का दायर बढ़ाते हुए उत्तरी गाजा और दक्षिणी बेरूत में बमबारी तेज कर दी है।
मध्य दीर अल-बला शहर के मुख्य अस्पताल के समीप एक मस्जिद में शरण लेने वाले विस्थापित लोगों पर हमला किया गया। शहर के निकट विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर हुए हमले में चार अन्य लोग मारे गए।
इजराइली सेना ने बिना कोई सबूत दिए कहा कि दोनों हमले आतंकवादियों को निशाना बनाकर किए गए। एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार ने अल-अक्सा शहीद अस्पताल के मुर्दाघर में शवों की गिनती की। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चला कि मस्जिद पर हमले में मरने वाले सभी लोग पुरुष थे।
इजराइल पिछले साल सात अक्टूबर को हमास द्वारा उस पर किये गये हमले के करीब एक साल बाद भी उससे लड़ रहा है और उसने लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है।
पिछले सप्ताह तेहरान द्वारा इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किए जाने के बाद इजराइल ने भी ईरान पर हमला करने की कसम खाई है। बढ़ते संघर्ष में अमेरिका के शामिल होने का जोखिम है, जिसने इजराइल को महत्वपूर्ण सैन्य और कूटनीतिक समर्थन प्रदान किया है, साथ ही अमेरिका के सहयोगी अरब देशों के भी इसमें कूदने का खतरा है, जिनके यहां अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं।
सीरिया, इराक और यमन में ईरान के सहयोगी आतंकवादी समूह पहले ही इजराइल पर लंबी दूरी के हमलों में शामिल हो चुके हैं। इस बीच, इजराइली सेना ने उत्तरी गाजा के जबालिया में नए सिरे से हवाई और जमीनी आक्रमण शुरू करने की घोषणा की।
उसने कई तस्वीरें और वीडियो प्रसारित की हैं जिनमें इलाके की ओर जा रहे कई टैंक दिखाई दे रहे हैं। सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने जबालिया को घेर लिया है। युद्ध के दौरान, इजराइल ने वहां कई बड़े अभियान चलाए, लेकिन आतंकवादियों को फिर से संगठित होते देखा। इजराइल ने उत्तरी गाजा को खाली करने का भी ताजा आदेश जारी किया है जो युद्ध के शुरुआती हफ्तों में काफी हद तक खाली हो गया था, जब इजराइल ने उत्तरी गाजा की पूरी आबादी को दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया था।
ऐसा अनुमान है कि कठिन परिस्थितियों और बड़े पैमाने पर विनाश के बावजूद 3,00,000 लोग वहां रह रहे हैं। सेना ने इलाके में गिराए पर्चों में कहा, ‘‘हम युद्ध के नए चरण में हैं। इन इलाकों को खतरनाक युद्ध क्षेत्र माना जाता है।’’
फलस्तीनी निवासियों ने उत्तरी गाजा में इजराइल की ओर से भारी बमबारी किये जाने की खबर दी है। निवासियों ने हवाई हमलों के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और अपने रिश्तेदारों के लिए शोक व्यक्त किया। इमाद अलारबिद ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि जबालिया में उनके घर पर हवाई हमले में उनके माता-पिता सहित परिवार के 12 सदस्य मारे गए।
उत्तरी गाजा में अल जजीरा के संवाददाता अनस अल-शरीफ ने बताया कि जबालिया में एक घर पर बमबारी में उनका एक सहकर्मी हसन हम्द मारा गया। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन ताजा हमलों से गाजा में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या अब 42,000 के करीब पहुंच गयी है।
मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने आम नागरिक और आतंकवादी हैं, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह हमला रविवार तड़के किया गया। इससे पहले इजराइल ने शनिवार को लेबनान में बमबारी करते हुए हिजबुल्ला और हमास, दोनों के लड़ाकों को निशाना बनाया।
लेबनान में फलस्तीनी शरणार्थियों सहित हजारों लोगों का क्षेत्र में बढ़ते संघर्ष के कारण पलायन जारी है, जबकि गाजा में युद्ध शुरू होने के एक साल पूरे होने के मद्देनजर दुनिया भर में रैलियां आयोजित की गईं। शनिवार को जोरदार विस्फोट आधी रात के करीब शुरू हुए और रविवार को भी जारी रहे। इससे पहले इजराइल की सेना ने बेरूत के दक्षिणी छोर पर मुख्य रूप से शिया बहुल उपनगर दहियाह में निवासियों से इलाके को खाली करने का अनुरोध किया था।
इजराइली सेना ने पुष्टि की कि उसने बेरूत के समीप ठिकानों को निशाना बनाया और लेबनान से दागे गए करीब 30 प्रक्षेपास्त्र इजराइली क्षेत्र में गिरे। हिजबुल्ला ने एक बयान में दावा किया कि उसने उत्तरी इजराइल में मनारा बस्ती के समीप इजराइली सैनिकों के एक समूह को निशाना बनाया।
इजराइल ने हमास के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से लेबनान में हमास के कई अधिकारियों को मार गिराया है। दो सप्ताह से भी कम समय में नागरिक, चिकित्सा कर्मियों और हिजबुल्ला लड़ाकों समेत कम से कम 1,400 लेबनानी मारे गए हैं तथा 12 लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने दमिश्क में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम गाजा तथा लेबनान में संघर्ष विराम करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार शाम को कहा, ‘‘इजराइल को अपनी रक्षा करने तथा इन हमलों का जवाब देने का अधिकार है तथा वह ऐसा करेगा।’’ लेबनान पर उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारा काम खत्म नहीं हुआ है।’’