अंतरराष्ट्रीय

भारत और ब्रिटेन के संबंधों में नई ऊर्जा, 12 से ज्यादा समझौतों पर हस्ताक्षर

दोनों देशों ने शिक्षा, महत्त्वपूर्ण खनिज और जलवायु परिवर्तन से लेकर रक्षा सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए

Published by
अर्चिस मोहन   
भास्वर कुमार   
Last Updated- October 09, 2025 | 10:44 PM IST

भारत और ब्रिटेन ने आज विभिन्न क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने शिक्षा, महत्त्वपूर्ण खनिज और जलवायु परिवर्तन से लेकर रक्षा सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें 46.8 करोड़ डॉलर (35 करोड़ पाउंड) का एक अनुबंध भी शामिल है जिसके तहत ब्रिटेन भारत को हल्के मल्टी-रोल मिसाइल की आपूर्ति करेगा। एक समझौते (शुरुआती 33.3 करोड़ डॉलर का) के अगले चरण में दोनों देश नौसेना के जहाजों के लिए बिजली चालित इंजन पर सहयोग करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर की आज मुंबई में मुलाकात हुई। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक आर्थिक जुड़ाव में नई ऊर्जा का संचार करने और 24 जुलाई को मोदी की चेकर्स यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को आगे बढ़ाने पर बात की।

मोदी ने कहा ‘वैश्विक अनिश्चितता के समय में भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ती साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति के एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ के रूप में खड़ी है।’

स्टार्मर ने ब्रिटेन-भारत व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर को ‘एक अभूतपूर्व क्षण’ बताया क्योंकि इससे शुल्क में कटौती होगी, दोनों देशों की एक-दूसरे के बाजारों तक पहुंच बढ़ेगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। स्टार्मर ने कहा कि भारत 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और उनका देश इस यात्रा में भागीदार बनने के लिए पूरी तरह तैयार है।

दोनों देशों ने एक दूसरे के यहां आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए व्यापक समझौते के क्रियान्वयन के लिए एक संयुक्त आर्थिक व्यापार समिति फिर स्थापित करने का भी फैसला किया। स्टार्मर की यात्रा में एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आया है। मोदी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री स्टार्मर की यात्रा नई ऊर्जा और व्यापक दृष्टिकोण का परिचायक है।’

मोदी ने कहा कि भारत की गतिशीलता और ब्रिटेन की विशेषज्ञता मिलकर एक अनूठा तालमेल बनाती हैं। लंदन में प्रधानमंत्री स्टार्मर के कार्यालय ने कहा कि उनकी भारत यात्रा में 1.3 अरब पाउंड की 64 भारतीय निवेश परियोजनाएं हासिल हुई हैं जिनसे ब्रिटेन में विभिन्न क्षेत्रों में 6,900 नई नौकरियां आने की उम्मीद है।

भारतीय अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्ष अत्याधुनिक शोध एवं विकास केंद्र स्थापित करने पर सहमत हुए हैं जिनमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और जलवायु परिवर्तन जैसे विषय भी शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि भारत-ब्रिटेन ने इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स धनबाद में एक नया सैटेलाइट परिसर स्थापित कर महत्त्वपूर्ण खनिज आपूर्ति व्यवस्था वेधशाला का दूसरा चरण भी शुरू किया। इसके अलावा दोनों देशों ने लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षित करने और हरित तकनीक को बढ़ावा देने के लिए महत्त्वपूर्ण खनिज उद्योग गिल्ड की स्थापना करने का भी निर्णय लिया है।

First Published : October 9, 2025 | 10:24 PM IST