उड़ान ड्यूटी समय-सीमा संबंधी नए नियमों के लागू होने से पायलटों की भारी कमी हो गई है। विमानन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि पायलटों की बढ़ती किल्लत का असर इंडिगो के परिचालन पर दिख रहा है। विमानन कंपनी को पायलटों की कमी के कारण पिछले दो दिनों में 300 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी है और सैकड़ों अन्य उड़ानों में देरी हुई है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को इंडिगो का ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (ओटीपी) 35 फीसदी तक पहुंच गया। विमानन कंपनी ने आज शाम को जारी एक बयान में कहा कि उसने परिचालन को सामान्य करने के लिए अगले 48 घंटों के दौरान अपने ‘शेड्यूल’ में ‘कैलिब्रेटेड एडजस्टमेंट’ शुरू किया है। इसका मतलब साफ है कि उसने अपनी कुछ उड़ानों को रद्द कर दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि मामूली तकनीकी गड़बड़ियों के अलावा मौसम की प्रतिकूल स्थिति, हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ और नए एफडीटीएल नियमों के लागू होने के कारण कु उड़ानों को रद्द करना पड़ा है जबकि कुछ में देरी हुई है।
उद्योग सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर आज दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच इंडिगो की करीब 38 उड़ानें रद्द हो गईं। इनमें घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानें शामिल हैं। मुंबई हवाई अड्डे पर आज दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच इंडिगो की कम से कम 33 उड़ानें रद्द कर दी गईं।
उद्योग सूत्रों ने कहा कि पिछले दो दिनों के दौरान इंडिगो ने 300 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी हैं। इंडिगो रोजाना 2,300 से अधिक उड़ानों का संचालन करती है। इस प्रकार पिछले दो दिनों में उसकी करीब 7 फीसदी उड़ानें रद्द हो गई हैं।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के संशोधित फ्लाइट-ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (एफडीटीएल) संबंधी नियम 1 नवंबर को दूसरे और अंतिम चरण में प्रवेश कर गए। इसके तहत सात खंडों का अंतिम सेट लागू हो गया है जिसे जुलाई में स्थगित कर दिया गया था। दूसरे चरण के तहत कुल उड़ान घंटों पर सख्त सीमाएं लगाई गई हैं। इसके अलावा सुबह-सुबह ‘विंडो ऑफ सरकेडियन लो’ संचालन के दौरान ड्यूटी अवधि और लगातार रात्रि ड्यूटी की संख्या पर सख्त सीमाएं लगाई गई हैं।
उद्योग सूत्रों ने कहा कि दूसरे चरण के लागू होने से इंडिगो को अपने पायलट ड्यूटी रोस्टर को प्रबंधित करने में परेशानी हो रही है। विमानन कंपनी ने आज दो बयान जारी किए।
इंडिगो के प्रवक्ता ने आज दोपहर एक बयान में कहा कि तकनीकी समस्याओं, हवाई अड्डे पर भीड़भाड़, परिचालन जरूरतों एवं तमाम कारणों से पिछले कुछ दिनों में कई उड़ानों में देरी और कुछ उड़ानें रद्द हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘परिचालन को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए हमारी टीम पूरी कोशिश कर रही है।’
प्रवक्ता ने शाम को करीब 6 बजे जारी एक अन्य बयान में स्वीकार किया कि पिछले दो दिनों से विमानन कंपनी का नेटवर्क काफी बाधित रहा है। उन्होंने कहा, ‘परिचालन संबंधी कई अप्रत्याशित चुनौतियों ने हमारे परिचालन पर नकारात्मक प्रभाव डाला। इनमें मामूली तकनीकी गड़बड़ियां, सर्दियों के मौसम से जुड़े शेड्यूल में बदलाव, प्रतिकूल मौसम परिस्थिति, विमानन प्रणाली में भीड़भाड़ और नए क्रू रोस्टरिंग नियमों (एफडीटीएल) का लागू होना शामिल है। पहले से इन चुनौतियों का अनुमान लगाना संभव नहीं था।’