अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन और ब्राजील को अत्यधिक शुल्क लगाने वाला देश कहा है और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाला बताते हुए इन देशों पर शुल्क लगाने की ठानी है। ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान भी ‘उचित’ द्विपक्षीय व्यापार संबंध बनाने के लिए अमेरिकी सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने पर
जोर दिया।
ट्रंप ने सोमवार को फ्लोरिडा में एक जनसभा में कहा, ‘हम उन देशों और बाहरी लोगों पर शुल्क लगाने जा रहे हैं, जो वास्तव में हमें नुकसान पहुंचाते हैं। वे हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन असल में वे अपने देश का फायदा देख रहे हैं। देखिए दूसरे देश क्या करते हैं। चीन अत्यधिक शुल्क लगाता है और भारत तथा ब्राजील के साथ ही कई अन्य देश भी ऐसा ही करते हैं। हम अब ऐसा नहीं होने देंगे।’
ट्रंप अपने पहले कार्यकाल के दौरान अक्सर भारत को ज्यादा शुल्क वाला देश बताते रहे हैं। लेकिन 20 जनवरी को दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने भारत को ऊंचा शुल्क लगाने वाला पहली बार बताया है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते फिर धमकाया कि ब्रिक्स के दसों देशों ने विश्व व्यापार में डॉलर की जगह कोई और मुद्रा चलाई तो वह उन पर 100 फीसदी आयात शुल्क लगाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप ने कल फोन पर बातचीत के दौरान परस्पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की थी। व्हाइट हाउस द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘राष्ट्रपति ने भारत से अमेरिका में बने सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध बढ़ाने के महत्त्व पर जोर दिया।’
ट्रंप ने संवादाताओं को बताया कि मोदी फरवरी में अमेरिका दौरे पर आ सकते हैं और उस दौरान आव्रजन चर्चा का प्रमुख विषय होगा। विदेश मंत्रालय ने फरवरी की बैठक की पुष्टि नहीं की है मगर कहा कि दोनों ‘जल्द ही एक-दूसरे की सुविधा वाली तारीख पर मिलने’ के लिए सहमत हुए हैं। अभी तक उम्मीद थी कि दोनों नेता इस साल के अंत में भारत में होने वाले 5वें क्वाड शिखर सम्मेलन में मिलेंगे।
‘अमेरिका फर्स्ट ट्रेड पॉलिसी’ पर ज्ञापन के अनुसार अमेरिकी सरकार उन देशों की पहचान करेगी जिनके साथ अमेरिकी श्रमिकों, किसानों, पशुपालकों, सेवा प्रदाताओं और अन्य व्यवसाय के लिए निर्यात बाजार सुनिश्चित करने के मकसद से द्विपक्षीय या क्षेत्र-विशेष समझौतों पर बातचीत की जा सकती है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ऐसे संभावित समझौतों की सिफारिश करेगा। ज्ञापन में यह नहीं बताया गया है कि अमेरिका किन देशों पर ऊंचा शुल्क लगाएगा मगर ट्रंप ने अलग से कहा है कि 1 फरवरी से कनाडा और
मेक्सिको पर ऊंचा शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान भारत ने अमेरिका के साथ लघु व्यापार समझौते पर व्यापक चर्चा की थी। मगर विवादास्पद मुद्दे हल नहीं हो सके और समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए थे।
ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट ट्रेड पॉलिसी’ में अनुचित और असंतुलित व्यापार को दूर करने के लिए वैश्विक ‘पूरक शुल्क’ लगाने और चीन, कनाडा एवं मेक्सिको सहित अन्य देशों के अनुचित व्यापार व्यवहार की समीक्षा करने की बात कही गई है।
मोदी की संभावित यात्रा में ट्रंप आव्रजन पर अपनी चिंता खुलकर सामने रख सकते हैं। सोमवार को ट्रंप ने उम्मीद जताई कि भारतीय नागरिकों की अमेरिका में घुसपैठ पर ‘भारत वही करेगा जो सही होगा।’ अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच अमेरिकी अधिकारियों ने 90,415 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते पकड़ा था। उस साल अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने 1,100 भारतीयों को वापस भेज दिया था। डीएचएस का अनुमान है कि 2022 तक 2.20 लाख भारतीय अवैध तरीके से अमेरिका आए हैं, जो देश में अवैध तरीके से रह रहे 1.33 करोड़ आबादी का हिस्सा हैं।
मोदी ने अब तक सबसे ज्यादा बार अमेरिका की यात्रा पर ही गए हैं। इस देश की यात्रा वह नौ बार कर चुके हैं। सितंबर 2024 में अंतिम बार उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन के गृहनगर विलमिंगटन, डेलावेयर में आयोजित चौथे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान वह दो बार अमेरिका गए थे। ट्रंप फरवरी 2020 में अंतिम बार भारत आए थे, जब अहमदाबाद में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम में उनका भव्य स्वागत किया गया था।