दुनिया की अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत में कोविड-19 प्रतिबंधों में अधिक छूट है। यह ऑक्सफर्ड कोविड-19 गवर्नमेंट रिस्पॉन्स ट्रैकर (ब्लावत्निक स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड) पर आधारित सात सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में छठे स्थान पर है। इसके सूचकांक सरकार की सख्त नीतियों और इन नीतियों की संख्या को मापते हैं। प्रत्येक देश के ताजा उपलब्ध डेटा ‘आवर वल्र्ड इन डेटा’ ट्रैकर से लिए गए थे।
जर्मनी उन प्रमुख देशों में से एक था, जहां 25 नवंबर के दौरान सबसे तेज वृद्धि देखी गई है। ठीक इसी वक्त कोरोनावायरस के नए संस्करण की घोषणा दुनिया भर में की गई थी। जर्मनी ने देश में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के संक्रमण मामलों का पता लगाया है। इसने गुरुवार से ही नए प्रतिबंध लागू कर दिए। अमेरिका, चीन, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस अन्य देश हैं जिनके पास नए उपलब्ध आंकड़ों के तौर पर भारत की तुलना में सख्ती बरतने के लिहाज से सूचकांक का स्कोर अधिक है। विश्व बैंक के आंकड़े दर्शाते हैं कि उनके साथ-साथ जापान और भारत सहित सात सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। जापान (44.44) का स्कोर भारत (45.83) से मामूली रूप से कम है। शुरुआती लॉकडाउन अवधि में भारत ने कठोर प्रतिबंधों से जुड़े सूचकांक पर 100 स्कोर किया था। यह नौ प्रतिक्रिया संकेतकों पर आधारित है जिसमें यह बिंदु भी शामिल है कि क्या स्कूलों और कार्यस्थलों को बंद कर दिया गया है और कोई यात्रा प्रतिबंध लगाए गए। अगर देश के भीतर विविधताएं हैं तब उन क्षेत्रों को चुना जाता है जहां सख्त नीतियां लागू होती हैं।
वेबसाइट में कहा गया है कि सूचकांक सिर्फ सख्त नीतियों का जायजा लेता है और इससे यह अंदाजा नहीं मिलता कि ये हालात से निपटने में उचित या प्रभावी हैं या नहीं।
पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के तरीके में भी निश्चित बदलाव दिखा है। एक सप्ताह में संक्रमण के जितने मामलों का पता चला उसमें 25 नवंबर तक गिरावट थी। सात देशों में संक्रमण के मामलों में बदलाव की दर 11.1 प्रतिशत थी। एक हफ्ते बाद इस रुझान में बदलाव दिख रहा है।
पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह में अधिक मामलों का पता लगाया जा रहा है। सात सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए औसत वृद्धि दर 2 दिसंबर तक 2.5 प्रतिशत है। सबसे तेज बदलाव चीन में देखा गया जहां संक्रमण के मामले दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। फ्रांस और जर्मनी में संक्रमण के मामलों में कमी दिख रही थी। दोनों देशों में हाल ही में तेजी से फैलने वाले ओमीक्रोन स्वरूप के पहले मामलों का पता चला है। जापान और ब्रिटेन जहां संक्रमण वृद्धि की रफ्तार धीमी रही है वहां भी इस नए स्वरूप के मामले का पता चला है।
25 नवंबर को पुष्ट मामलों के लिहाज से भारत की साप्ताहिक परिवर्तन दर 12.8 प्रतिशत थी। संक्रमण मामलों में गिरावट अब कम होकर 8.3 प्रतिशत तक हो गई है। चीन और अमेरिका में संक्रमण के मामलों में कमी अब हफ्ते के दौरान तेजी में बदला है। अमेरिका के पांच राज्यों में इसका पता चला है। वैज्ञानिक अभी भी नए संस्करण से खतरे की गंभीरता पर बहस कर रहे हैं ।
