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फेडरल रिजर्व ने तरलता की कमी से लड़ने को कसी कमर

Last Updated- December 05, 2022 | 4:32 PM IST

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बीमार अर्थव्यवस्था को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए ऋण बाजारों में 200 अरब डॉलर की हालिया पेशकश को और बढ़ाने के संकेत दिए हैं। 


 बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस पेशकश को शीघ्र ही बढ़ाने की घोषणा की जा सकती है, ताकि उन इकाइयों को मदद मिल सके जो ऋण की एवज में प्रतिभूतियां जारी करती हैं।


 फेडरल ने विश्व के दूसरे केंद्रीय बैंकों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए वैश्विक वित्तीय बाजार को मजबूती प्रदान करने के लिए बाजार में तरलता लाने वाला यह कदम उठाया था।


फेडरल बैंक के अधिकारियों ने बताया कि इस कदम के पीछे यह चिंता नहीं है कि  कई अमेरिकी वित्तीय कंपनियों की साख गिरती जा रही है, दरअसल इस कदम के पीछे बाजार को तरलता की कमी से दूर करना है।


हालांकि, अधिकारियों को इस बात की चिंता है कि तरलता की उपलब्धता के बीच लोगों में कर्ज लेने का प्रचलन बढ़ सकता है। बैंक नहीं चाहता कि यह चलन बन जाए और इसे रोकने के लिए भी वह आवश्यक कदम उठाने को तैयार है।


 फेडरल बैंक ने कहा कि वित्तीय इकाइयों के लिए ऋण समर्थित प्रतिभूतियां जारी करने पर एक सीमा रेखा लगाए जाने की भी आवश्यकता है।


फेडरल का यह कदम इस लिहाज सेभी बेहतर है क्योंकि इसके जरिए बैंकों को सीधे नगद न देते हुए भी तरलता बढ़ाई जा सकती है। इस प्रस्ताव को अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए अब तक के सबसे बड़े प्रत्यक्ष कदम के रूप में देखा जा रहा है।


 

First Published - March 12, 2008 | 8:34 PM IST

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