देश के निवासियों द्वारा विदेश भेजा गया धन मई 2022 में क्रमिक रूप से 2.03 अरब डॉलर के स्तर पर स्थिर रहा, जिसमें तकरीबन एक अरब डॉलर यात्रा पर व्यय किया गया। उन्होंने अप्रैल 2022 में करीब 2.02 अरब डॉलर की राशि भेजे थी।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार मई 2022 में विदेश भेजा गया कुल धन सालाना आधार पर 61.8 प्रतिशत बढ़कर 2.03 अरब डॉलर हो गया, जो मई 2021 में 1.25 अरब डॉलर था।
मई 2022 में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर व्यय तीन गुना से भी ज्यादा होकर 99.4 करोड़ डॉलर हो गया, जो पहले 29.4 करोड़ डॉलर था। विभिन्न देशों में कोविड संबंधित प्रतिबंधों में ढील देने की वजह से ऐसा हुआ। वित्त वर्ष 22 में यात्रा पर खर्च किया जाने वाला धन 6.91 अरब डॉलर था, जो वित्त वर्ष 21 में किए गए खर्च के मुकाबल दोगुने से भी अधिक रहा। हालांकि वित्त वर्ष 20 में यात्रा पर किया गया खर्च लगभग 6.95 अरब डॉलर रहा।
यात्रा के अलावा मई 2022 में जिन तीन प्रमुख मदों पर खर्च किया गया, उनमें रिश्तेदारों के लिए किया गया व्यय 33.6 करोड़ डॉलर (मई 2021 में यह राशि थी 23.7 करोड़ डॉलर) और 24.8 करोड़ डॉलर मूल्य के उपहार (गत वर्ष यह राशि 14.9 करोड़ डॉलर थी) और 26.4 मिलियन करोड़ डॉलर विदेश में पढ़ाई पर किया गया व्यय
शामिल रहा। वित्त वर्ष 22 के दौरान विदेश भेजा गया धन अब तक के सर्वाधिक उच्च स्तर पर रहा। वित्त वर्ष 22 में विदेश भेजा गया धन 54.6 प्रतिशत बढ़कर 19.61 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले 12.68 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 20 में यह धन राशि 18.76 अरब डॉलर और वित्त वर्ष 19 में 13.78 अरब डॉलर रही।
