अमेरिकी डॉलर के मूल्य में यूरो के मुकाबले ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही पिछले 12 सालों में पहली बार येन के मुकाबले डॉलर का मूल्य 100 येन के स्तर तक पहुंच गया।
यह गिरावट साख-बाजार में चल रही मंदी के इस दौर में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किलें और बढ़ा सकता है। गौरतलब है कि यह ऐतिहासिक गिरावट किसी भी सरकारी आंकड़े को प्रकाशित होने से पहले आई है।
उम्मीद है कि सरकारी आंकड़ों में अमेरिकी खुदरा क्षेत्र की धीमी रफ्तार और बढ़ती बेरोजगारी की तस्वीर साफ हो जाएगी।
लेकिन येन की मजबूती शायद कुछ लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
टोयोटा मोटर कंपनी के अध्यक्ष कात्सुआकी वातानाबे कहते हैं कि करीब 5 साल पहले येन डॉलर के मुकाबले अपने न्यूनतम स्तर पर था और आज उसके दाम में 24 प्रतिशत की यह बढ़त हैरान कर देने वाली है।
इससे आमदनी पर काफी बुरा असर पड़ेगा। निवेशकों ने डॉलर परिसंपत्तियों से अपने हाथ खींचना शुरू कर दिया है और यह डॉलर के लिए एक बेहद खतरनाक स्थिति पैदा कर देगा।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत दिनों दिन बिगड़ती जा रही है।
उधर जापानी निवेशक इस स्थिति से खासे परेशान हैं।