उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बर्ड फ्लू से एक पोल्ट्री फार्म में 15,000 मुर्गियों की मौत के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। रामपुर की घटना के बाद पड़ोसी जिले बरेली और पीलीभीत में जिलाधिकारियों ने इसको लेकर बैठक की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संभावित खतरे को देखते हुए संबंधित विभागों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बीते सप्ताह रामपुर जिले में 15,000 मुर्गियों की मौत के बाद हुई जांच में उनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इस घटना के बाद पड़ोसी राज्य उत्तराखंड तक में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बर्ड फ्लू की खबर फैलने के बाद अंडे और चिकन के दामों में गिरावट तथा उनकी बिक्री में कमी दर्ज की जा रही है। रामपुर में प्रशासन ने सभी चिकन की दुकानों और चिकन परोसने वाले भोजनालयों को बंद करने का आदेश दिया है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मृत मुर्गियों को गड्ढे में डालकर दफना दिया गया है।
बर्ड फ्लू की जानकारी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गौ-आश्रय स्थलों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइनों के अनुरूप सभी आवश्यक कदम तुरंत लागू करने के निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्राणी उद्यान परिसरों को नियमित रूप से सैनिटाइज किया जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर ब्लो-टॉर्चिंग की प्रक्रिया भी अपनाई जाए। सभी वन्य जीवों और पक्षियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से की जाए और उनके आहार की गहन जांच के बाद ही भोजन उपलब्ध कराया जाए। बाड़ों में नियुक्त कर्मचारियों की ड्यूटी जोखिम के स्तर को देखते हुए तय की जाए, ताकि सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन हो सके।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी कर्मचारियों को एवियन इन्फ्लुएंजा के लक्षण, संक्रमण के तरीके और उससे बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी जाए। कर्मचारियों को पीपीई किट सहित अन्य आवश्यक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, ताकि वे सुरक्षित रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोल्ट्री सेक्टर पर विशेष ध्यान देते हुए प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्मों की मानकों के अनुरूप कड़ी निगरानी की जाए तथा पोल्ट्री उत्पादों के आवागमन पर निरंतर नियंत्रण रखा जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को H5 एवियन इन्फ्लुएंजा के मानव स्वास्थ्य पर संभावित प्रभावों का गहन अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, ताकि संक्रमण की कोई श्रृंखला मानव समाज तक न पहुंच सके।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, स्वास्थ्य मंत्रालय, मत्स्य पालन एवं डेयरी विभाग तथा भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) सहित अन्य राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सतत संवाद बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इन संस्थानों से प्राप्त सुझावों का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।