उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में गुरुवार सुबह से हो रही बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से बड़े पैमाने पर खेती-किसानी का नुकसान हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गयी है।
बारिश, आंधी और ओलावृष्टि के चलते गेहूं की की तैयार फसल को नुकसान पहुंचा है और बहुत सी जगहों पर खेतों में काट कर रखी फसल भीग गयी है। आम की फसल को भी नुकसान हुआ है तो कई जिलों में आलू की पछेती प्रजाति की फसल की खुदाई प्रभावित हुयी है। बहराइच, लखीमपुर, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों में ओले गिरने से हजारों बीघा फसल खराब हो गयी है। लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर सहित 25 जिलों में जोरदार बारिश हो रही है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि काफी जगहों पर गेहूं की कटाई हो चुकी है पर जहां भी बाकी वहां खराब मौसम से नुकसान व्यापक हुआ है। बहुत से जिलों में गेहूं की फसल काट कर खेतों में रखी गयी थी जो पूरी तरह से खराब हो गयी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आलू की पछेती फसल के सड़ने व खुदाई के प्रभावित होने का अंदेशा है। आम की फसल को भी तेज हवाओं और ओले गिरने से नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश और तेज रफ्तार हवा का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुर, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं एवं आसपास इलाकों में बादल गरजने, तेज हवा चलने और बिजली गिरने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी–बारिश और ओलावृष्टि के मद्देनजर संबंधित जिलों के अधिकारियों को तेजी से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर सर्वे करें तथा राहत कार्य पर नज़र रखें। आकाशीय बिजली, आंधी तूफान,बारिश, वज्रपात आदि आपदा से जनहानि और पशुहानि होने की स्थिति में तत्काल प्रभावितों को राहत राशि का वितरण करें। घायलों का समुचित उपचार कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि वर्तमान में चल रही गेहूं की सरकारी खरीद के मद्देनजर मंडियों सहित सभी खरीद केंद्रों पर गेहूं के सुरक्षित भंडारण का पूरा ध्यान रखा जाए। अधिकारी सर्वे कराकर फसल नुकसान का आकलन करते हुए आख्या शासन को भेजें, ताकि इस संबंध में आगे की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने निर्देशित किया कि जलजमाव की स्थिति होने पर प्राथमिकता पर जल निकासी की व्यवस्था कराई जाए।