प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 3,880 करोड़ रुपये की लागत की 44 परियोजनाओं की आधारशिला रखी। साथ ही कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विस्तार की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे के जारी विस्तार और संपर्क में सुधार के लिए हवाई अड्डे के पास छह लेन की भूमिगत सुरंग के निर्माण, भदोही, गाजीपुर और जौनपुर को जोड़ने वाली परियोजनाओं की शुरुआत के साथ-साथ भिखारीपुर और मंडुआडीह में पुल के लंबे समय से प्रतीक्षित निर्माण का उल्लेख किया। उन्होंने बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने वाले एक नए पुल के निर्माण की भी घोषणा की, जिससे अन्य जिलों से सारनाथ जाने वाले यात्रियों को शहर से होकर गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी। आर्थिक मोर्चे पर प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के बदलते रुख को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के बाद सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘राष्ट्र की सेवा में हमारा मार्गदर्शक मंत्र हमेशा ‘सबका साथ, सबका विकास’ रहा है। इसी भावना के साथ हम हर नागरिक के कल्याण के लिए काम करते हुए आगे बढ़ते रहेंगे।’ उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के भूखे लोग दिन-रात राजनीतिक खेल खेलते हैं और परिवार-केंद्रित विकास पर ही ध्यान देते हैं।
पिछले एक दशक में शहर की परिवर्तनकारी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में बनारस के विकास को नई गति मिली है। काशी ने हमेशा अपनी विरासत को संभाले रखा है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। आज काशी सिर्फ प्राचीन नहीं है, मेरी काशी प्रगतिशील भी है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी महीनों में कई अन्य परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी जिससे वाराणसी में आवागमन और भी सुविधाजनक हो जाएगा। उन्होंने वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में संपर्क बढ़ाने के लिए पिछले एक दशक में हुए लगभग 45,000 करोड़ रुपये के निवेश का उल्लेख किया। इस निवेश ने न केवल बुनियादी ढांचे को, बल्कि विश्वास को भी बदल दिया है, जिससे काशी और पड़ोसी जिलों को लाभ हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ संभावनाओं की भूमि नहीं है, बल्कि अब यह सक्षम और संकल्प की भूमि है। उन्होंने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों को वैश्विक मान्यता मिल रही है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह 50वां काशी दौरा है। मोदी ने भोजपुरी में लोगों का अभिवादन कर अपने भाषण की शुरुआत की और दलित समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी तथा सामाजिक समानता और महिला सशक्तीकरण में उनके योगदान को याद किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए विकास के बारे विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि पहले पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव था, लेकिन आज काशी स्वास्थ्य की राजधानी बन रही है।
उन्होंने कहा, ’10-11 साल पहले पूरे पूर्वांचल में इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वे भी हम सब जानते हैं। आज स्थितियां बिल्कुल अलग हैं। मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े अस्पताल आज आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहां सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।’ मोदी ने कहा, ‘आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज का पैसा अब सरकार देगी।’