भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) ने शुक्रवार शाम तक जेएन.1 वायरस के 1,104 मामलों की पुष्टि की है। हालांकि, कोविड-19 के मामलों में कमी के रुझान हैं और पिछले हफ्ते संक्रमण के मामले 4,374 से घटकर 3,368 हो गए। शुक्रवार को 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में कोविड-19 का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया।
जेएन.1 के नमूने 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पाए गए हैं और इनमें भी कर्नाटक में सबसे अधिक 214 मामले दर्ज किए गए हैं। कर्नाटक के बाद आंध्र प्रदेश (189 मामले), महाराष्ट्र (170 मामले) और केरल (154 मामले) जेएन.1 वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
इन्साकॉग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2023 में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 1,104 नमूने में से 960 में जेएन.1 मामले की पुष्टि हुई है जबकि नवंबर 2023 में भेजे गए कोविड-19 के संक्रमित नमूनों में 33 लोगों में वायरस के नए स्वरूप का संक्रमण पाया गया है।
एसएल रहेजा अस्पताल, माहिम के कंसल्टेंट और प्रमुख ( क्रिटिकल केयर) संजीव शशिधरन ने जेएन.1 मामलों में वृद्धि के कारणों पर कहा कि त्योहारों के मौसम के दौरान कोविड से बचाव के लिए एहतियात नहीं बरती गई जिससे जेएन.1 किस्म के मामले में वृद्धि हुई है। मौसम में बदलाव के चलते भी वायरल बीमारियां और बढ़ गई हैं।
शुक्रवार को भारत ने 609 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए, जिससे देश में संक्रमितों की संख्या 3,368 हो गई। देश में संक्रमण से तीन लोगों की मौत भी हुई है।