भारत के टॉप आठ शहरों में ऑफिस स्पेस को पट्टे पर देने में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2023) में सालाना आधार पर 22 फीसदी गिरावट आई है। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया कि बड़ी कंपनियां अभी भी विस्तार योजनाओं को लेकर सतर्क बनी हुई हैं।
कंपनी के आंकड़ों के अनुसार ऑफिस स्पेस को पट्टे पर देने का कुल आंकड़ा अप्रैल-जून, 2023 में सालाना आधार पर घटकर 1.74 करोड़ वर्ग फुट रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 2.24 करोड़ वर्ग फुट था। कंपनियां बड़े कार्यस्थलों को पट्टे पर लेने के बारे में फैसला करने के लिए समय ले रही हैं।
APAC टेनेंट रीप्रजेंटेशन के प्रमुख और भारत एवं दक्षिण-पूर्वी एशिया के प्रबंध निदेशक अंशुल जैन ने कहा, ‘भारत का ऑफिस स्पेस बाजार लगातार वृद्धि कर रहा है। विदेशी बाजारों में मंदी के बावजूद इसमें तेजी के पीछे बड़ा कारण घरेलू बाजार में मांग है।’
मुंबई में अप्रैल-जून में ऑफिस स्पेस को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा सालाना आधार पर नौ फीसदी गिरकर 27.3 लाख वर्गफुट रह गया। दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में ऑफिस स्पेस को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा पांच फीसदी बढ़कर 35.9 लाख वर्गफुट हो गया।