सरकारी विज्ञापनों के मामले में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सूचना एवं प्रचार निदेशालय (DIP) ने आम आदमी पार्टी को 164 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस जारी किया है। सूत्रों की मानें तो इस राशि का भुगतान आम आदमी पार्टी को 10 दिनों के अंदर करना होगा।
बता दें, आम आदमी पार्टी पर आरोप लगा था कि उसने सरकारी विज्ञापनों की आड़ में राजनीति विज्ञापन छपवाए। इस मामले में दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव को 2015-2016 के दौरान छपे इन विज्ञापनों के लिए आम आदमी पार्टी से 97 करोड़ रुपये वसूलने का निर्देश दिया था।
अब इस मामले में पार्टी को नोटिस भेजा गया है। लेकिन इसमें ये रकम बढ़कर 164 करोड़ रुपये हो गई है। भुगतान वसूलने के लिए नोटिस में दी गई इस राशि पर पुरानी राशि पर लगा ब्याज भी शामिल है।
समाचार एजेंसी के अनुसार , अगर आम आदमी पार्टी ने तय समय में 164 करोड़ की इस रकम का भुगतान नहीं किया आम आदमी पार्टी की संपत्तियां भी कुर्क की जा सकती हैं। हालांकि इस नोटिस पर अभी तक आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें, आप ने 31 मार्च, 2017 तक राजनीतिक विज्ञापनों पर करीब करीब 99.31 करोड़ रुपये खर्च किए गए। दिल्ली सरकार के ऑडिट निदेशालय ने ऐसे सभी राजनीतिक विज्ञापनों का ऑडिट करने के लिए एक विशेष ऑडिट टीम भी नियुक्त की है।
दिसंबर में जब पहली बार इस मामले में पार्टी को नोटिस जारी किया गया था,उस समय AAP ने दावा किया था कि उपराज्यपाल ने बीजेपी के निर्देशों पर ऐसा किया है।